नसीराबाद में सोमवार को पत्रकारों की अहम बैठक, इंसाफ़ के लिए बनेगी निर्णायक रणनीति

नसीराबाद क्षेत्र में पत्रकारों पर हो रहे अत्याचार और प्रशासन की बेरुखी के खिलाफ 23 जून को बामणियां बालाजी मंदिर (कोटा रोड, देरांठू) में पत्रकारों की एक अहम बैठक आयोजित की जा रही है। यह बैठक न केवल पत्रकार कार्यालय में हुई आगज़नी की वारदात को लेकर है, बल्कि पुलिस प्रशासन की संदेहास्पद चुप्पी और निष्क्रियता पर भी गंभीर चर्चा का केंद्र बनेगी। बैठक में पत्रकार विमला वैष्णव द्वारा एसडीएम ऑफिस के बाहर आमरण अनशन के फैसले पर विस्तार से मंथन होगा और आंदोलन की पुख्ता रूपरेखा बनाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि पिछले साल नवंबर में विमला वैष्णव के पत्रकार कार्यालय में दो युवकों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। सदर थाना नसीराबाद में मामला दर्ज होने के बावजूद अब तक न तो आरोपियों से पूछताछ की गई, न ही कोई गिरफ़्तारी हुई। जांच अधिकारी डीएसपी जरनैल सिंह के रवैये को लेकर पत्रकारों में खासा ग़ुस्सा है। सवाल यह है कि जब सबूत और गवाह मौजूद हैं, तब पुलिस की यह खामोशी आखिर क्या बयान करती है? पीड़िता विमला पिछले सात महीनों से इंसाफ़ के लिए आला अफ़सरों, नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की चौखट पर दस्तक देती रही हैं, लेकिन नतीजा सिफ़र रहा। अब पत्रकारों ने तय किया है कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला, तो जयपुर तक पैदल यात्रा कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई जाएगी। कल की बैठक में नसीराबाद क्षेत्र के कई पत्रकार, सामाजिक प्रतिनिधि और ग्रामीण शामिल होंगे, जो इस संघर्ष को निर्णायक दिशा देंगे।