डूंगरपुर में ग्राम विकास अधिकारी 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, पीएम आवास की किश्त जारी करने के एवज में मांगी थी 15 हजार की रिश्वत

संतोष व्यास।जिले के पंचायत समिति डूंगरपुर के ग्राम पंचायत वागदरी के ग्राम विकास अधिकारी रितिक पटेल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने परिवादी भेरा डामोर से पांच हजार रूपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपित ग्राम विकास अधिकारी द्वारा पीएम आवास की किस्त जारी करने के एवज में 15 हजार रुपये की रिश्वत राशि की मांग की थी। फिलहाल एसीबी कार्यालय में आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी चौकी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, डूंगरपुर को दिनांक 19 जून 2025 को एक शिकायत मिली थी कि परिवादी भेरा डामोर की पत्नि के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 15 हजार रुपये की पहली किश्त जमा हुई थी व शेष किश्त राशि अभी जमा होना बाकी है जिस पर आरोपित ग्राम विकास अधिकारी रितिक पटेल द्वारा दुसरी व तीसरी किश्त बैंक से जारी करवाने की कार्यवाही की एवज में 15 हजार रूपये की मांग की जा रही है। उक्त मामले को लेकर दिनांक 19 जून को एसीबी द्वारा नियमानुसार रिश्वत मांग सत्यापन हेतु रूबरू वार्ता करवाई गई, जिसमें आरोपित द्वारा परिवादी से एडवांस पांच हजार रूपये रिश्वत राशि व दूसरी किश्त आने के बाद 10 हजार रूपये लेने की सहमति देने की पुष्टि हुई।
मामले में एसीबी रेंज उदयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस राजेन्द्र प्रसाद गोयल के सुपरविजन में एसीबी डूंगरपुर के प्रभारी अधिकारी पुलिस उप अधीक्षक रतनसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में मंगलवार को ट्रेप कार्यवाही करते हुए आरोपित रितिक कुमार पटेल को परिवादी से अपनी मांग अनुसार पांच हजार रूपये रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर रिश्वत राशि बरामद की गई। फिलहाल एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव के सुपरविजन में आरोपी से पूछताछ तथा कार्यवाही जारी है।