बरेली में लूटपाट और जानलेवा हमले के मामले में पुलिस निष्क्रिय, पीड़ित परिवार ने लगाई कप्तान से गुहार

बरेलीथाना इज्जतनगर के तुलाशेरपुर में 12 जून 2025 को हुई एक लूटपाट और जानलेवा हमले की घटना ने पीड़ित परिवार को न्याय की आस में थाने के चक्कर काटने को मजबूर कर दिया है। पीड़ित अमित कुमार पर 6-7 अज्ञात लुटेरों ने पीलीभीत बायपास रोड पर हमला कर 10 हजार रुपये लूट लिए और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। अमित के भाई प्रमोद कुमार और मां विमला देवी ने पुलिस पर कार्रवाई में ढिलाई का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) से शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।घटना के अनुसार, अमित कुमार के रिश्तेदार को 10 हजार रुपये देने जा रहे थे, तभी तुलाशेरपुर के देव प्राइमस हॉस्पिटल के पास पारस पुत्र चंद्रपाल और 6-7 अन्य लोगों ने उन्हें घेर लिया। हमलावरों ने धारदार हथियार से अमित के सिर पर वार किया, जिससे उनकी खोपड़ी की हड्डी टूट गई। मोहल्ले के लोगों ने मरणासन्न अवस्था में अमित को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका ऑपरेशन हुआ। वर्तमान में अमित अस्पताल के आईसीयू में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। प्रमोद कुमार ने बताया कि घटना की सीसीटीवी फुटेज उनके और पुलिस के पास मौजूद है, जिसमें हमलावरों की पहचान हो सकती है। प्रमोद ने स्वयं जांच हमलावरों के नामों का पता लगाया, जिनमें पारस, रितिक पुत्र राजेंद्र मोची, सुमित पुत्र राजेंद्र मोची, गंठा पुत्र त्रिलोकी, बादल पुत्र राजेंद्र मोची, विशाल सागर निवासी जाटवपुरा, थाना प्रेमनगर और दो अन्य अज्ञात शामिल हैं। ये दोनों मठकी चौकी क्षेत्र के रहने वाले बताए गए हैं। इस मामले में थाना इज्जतनगर में मुकदमा संख्या 548/2025 धारा 191(2), 191(3), 109 और 309(2) बीएनएस के तहत पारस सहित 6-7 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है,जो विवेचनाधीन है। हालांकि, प्रमोद का आरोप है कि जांच में कोई प्रगति नहीं हुई और पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया।अमित की मां विमला देवी ने बताया कि उनके बेटे के साथ क्रूरता से मारपीट की गई और लूटपाट के बाद उसे मरने के लिए छोड़ दिया गया। उन्होंने कई बार थाने के चक्कर लगाए, लेकिन पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हताश होकर परिवार ने एसएसपी से गुहार लगाई। प्रमोद ने बताया कि कप्तान साहब ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी।यह घटना क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाती है। पीड़ित परिवार का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। परिवार अब केवल न्याय की उम्मीद में इंतजार कर रहा है, ताकि अमित को इंसाफ मिले और दोषियों को सजा दी जाए।