करोड़ों की जमीन ठगी का मास्टरमाइंड कार्तिकेय त्रिपाठी गिरफ्तार, सरकारी स्टांप तक फर्जी

बरेली पुलिस ने एक ऐसे शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है जो नकली रजिस्ट्री के सहारे करोड़ों की जमीनें बेचकर लोगों को चूना लगा रहा था। इस गिरोह का मास्टरमाइंड कार्तिकेय त्रिपाठी, जो पहले से आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामलों में वांछित था, आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। कोतवाली पुलिस ने यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग आर्य के निर्देशन में की। गिरोह का नेटवर्क बरेली से लेकर अन्य जिलों तक फैला हुआ है और इसके तार राजस्व विभाग तक जुड़े मिले हैं। कार्तिकेय अपने साथियों लेखपाल सावन कुमार और अमित सिंह राठौर के साथ मिलकर लोगों की जमीनों के फर्जी दस्तावेज तैयार करता था। इसके बाद उन्हीं कागज़ों से करोड़ों रुपये में जमीनें बेच दी जाती थीं। 17 मार्च 2023 को एक मामले में 3.30 करोड़ की सरकारी कीमत वाली जमीन को फर्जी ई-स्टांप के जरिए बेचा गया। कार्तिकेय के बन्धन बैंक खाते से 24 लाख रुपये ई-स्टाम्प विक्रेता को ट्रांसफर किए गए थे। इससे अंदेशा है कि स्टांप विक्रेताओं की मिलीभगत भी जांच के घेरे में आएगी। अभियुक्त के खिलाफ दर्ज हैं ये मुकदमे: IPC 420, 467, 468, 471, 120B सहित कई धाराओं में केस सबसे बड़ा केस: मु0अ0सं0 25/2025 ? जिसमें हत्या के प्रयास, साजिश, धोखाधड़ी, धमकी जैसी धाराएँ शामिल
पुलिस जांच में सामने आया है कि कार्तिकेय, शहर के नामी प्रॉपर्टी डीलर विजय अग्रवाल के ऑफिस में मैनेजर था और वहीं से पूरा फर्जीवाड़ा चलाया जाता था। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। गिरोह के बाकी कनेक्शनों की जांच अभी जारी है।