नौतपा गया, लेकिन गर्मी ने नहीं छोड़ा साथ — जांजगीर-चांपा में पारा 41 पार, मानसून की दस्तक में देरी

जांजगीर-चांपा:जिले में नौतपा की विदाई के बाद भी गर्मी का प्रचंड असर लगातार बना हुआ है। पूरे जिले सहित संभाग में तपन अपने चरम पर पहुंच चुकी है। लोगों को यह उम्मीद थी कि नौतपा (25 मई से 2 जून) के बाद गर्मी से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन उल्टा पारा और तेज़ी से चढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान और भी अधिक बढ़ सकता है तथा 45 डिग्री सेल्सियस के पार जाने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में फिलहाल जिलेवासियों को राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही।

नौतपा के दौरान तापमान में कुछ गिरावट दर्ज की गई थी और पारा 35 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया था। इससे लोगों को थोड़ी राहत महसूस हुई थी। लेकिन नौतपा खत्म होते ही मौसम ने फिर से करवट ली और पांच दिन के भीतर पारा 6 डिग्री बढ़कर 41 डिग्री तक पहुंच गया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब दो डिग्री अधिक है। इससे सुबह और शाम दोनों समय की गर्मी लोगों को बेचैन कर रही है।

मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी हवाएं अभी पर्याप्त रूप से प्रभावी नहीं हो पाई हैं और वातावरण में नमी की गहराई भी कम है। मानसून की सक्रियता के लिए जो स्थितियाँ अनिवार्य होती हैं?जैसे कि 3.1 किमी ऊंचाई तक नमी की परत, बादलों की लगातार मौजूदगी और व्यापक वर्षा?वो इस समय जिले में नहीं बन पा रही हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.पी. चंद्रा के अनुसार, अरब सागर से आने वाली मानसूनी हवाएं इस समय कमजोर हैं, जिसके कारण मानसूनी गतिविधियां आगे नहीं बढ़ रही हैं। ऐसे में जांजगीर-चांपा जिले में मानसून की आमद अब 4 से 5 दिन और विलंब हो सकती है।

इस चिलचिलाती गर्मी में आम लोगों की स्थिति बेहद मुश्किल हो गई है। सड़कों और चौक-चौराहों पर शेड और पेड़ों का अभाव राहगीरों, मजदूरों और दुकानदारों के लिए तकलीफदेह बन गया है। लोग दुकानों के आगे की छांव या तिरपाल के नीचे पनाह लेने को मजबूर हैं। तेज़ धूप और गर्म हवाएं लोगों की दिनचर्या और स्वास्थ्य दोनों पर असर डाल रही हैं।

मौसम विभाग के अनुसार, अभी तत्काल बारिश की कोई संभावना नहीं है। यदि आने वाले दिनों में मानसूनी परिस्थितियाँ अनुकूल नहीं बनीं तो तापमान और भी ऊपर जा सकता है। विभाग ने चेतावनी दी है कि फिलहाल जिले में 45 डिग्री या उससे अधिक तापमान दर्ज हो सकता है।

जिले के नागरिकों से अपील की जा रही है कि वे अत्यधिक गर्मी में दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, सिर को कपड़े या टोपी से ढंककर रखें और धूप से बचाव के उपाय करें। प्रशासन भी जल्द ही सार्वजनिक स्थलों पर अस्थायी शेड और पानी की व्यवस्था करने की दिशा में कदम उठा सकता है।

फिलहाल जिले में गर्मी का प्रकोप जारी है और मानसून का इंतजार भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि लोग सतर्कता बरतें और मौसम की चेतावनियों का पालन करें।

Citiupdate के लिए समीर खूंटे की रिपोर्ट...