हरचंदपुर में कैंडल मार्च: पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि, आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की मांग

हरचंदपुर में कैंडल मार्च: पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि, आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की मांग

सौरभ बाजपेयी ब्यूरो चीफ


हरचंदपुर, 27 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर केब् पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 28 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, के विरोध में और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए हरचंदपुर प्रेस क्लब ने कस्बे के हनुमान कुटी परिसर में एक कैंडल मार्च का आयोजन किया। इस मार्च में बड़ी संख्या में पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने एक स्वर में आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा की और केंद्र सरकार से आतंकवाद के पूर्ण सफाए के लिए ठोस और निर्णायक कदम उठाने की मांग की।कैंडल मार्च में दिखी एकजुटता
संध्या काल में हनुमान कुटी परिसर में आयोजित इस कैंडल मार्च की शुरुआत शहीदों की स्मृति में दो मिनट के मौन के साथ हुई। इसके बाद, उपस्थित लोगों ने हाथों में मोमबत्तियां थामकर आतंकवाद के खिलाफ अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया। मार्च हनुमान कुटी से शुरू होकर कस्बे के प्रमुख मार्गों से होता हुआ पुनः परिसर में समाप्त हुआ। इस दौरान "आतंकवाद मुर्दाबाद", "भारत माता की जय", और "शहीदों को नमन" जैसे नारे गूंजते रहे, जो उपस्थित लोगों के गुस्से और दृढ़ संकल्प को दर्शा रहे थे।आतंकवादियों की बर्बरता की कड़ी निंदा
प्रेस क्लब के सदस्यों ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किया गया हमला न केवल मानवता के खिलाफ एक जघन्य अपराध है, बल्कि यह भारत की एकता और अखंडता पर भी सीधा हमला है। पत्रकारों ने बताया कि आतंकियों ने पर्यटकों को उनकी धार्मिक पहचान पूछकर निशाना बनाया, जो इस हमले की क्रूरता और सुनियोजित साजिश को दर्शाता है। प्रेस क्लब के वरिष्ठ सदस्य डॉ. राजेंद्र कौशल ने कहा, "यह हमला सिर्फ पर्यटकों पर नहीं, बल्कि भारत की आत्मा और कश्मीरियत पर हमला है। सरकार को अब और देर किए बिना आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।"सरकार से ठोस कदमों की मांग
कैंडल मार्च के दौरान उपस्थित पत्रकारों और नागरिकों ने केंद्र सरकार से मांग की कि आतंकवाद के पूर्ण उन्मूलन के लिए प्रभावी और त्वरित कदम उठाए जाएं। प्रेस क्लब के संतोष चौरसिया ने कहा, "पहलगाम जैसे हाई सिक्योरिटी जोन में इतना बड़ा हमला सुरक्षा व्यवस्था में चूक को दर्शाता है। जांच एजेंसियों को इसकी तह तक जाना चाहिए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि आतंकवाद के आकाओं और उनके समर्थकों को नष्ट करने के लिए भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।उपस्थित लोगों ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि
कैंडल मार्च के समापन पर हनुमान कुटी परिसर में एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। अनिल श्रीवास्तव ने कहा, "हम उन परिवारों के दुख में उनके साथ हैं, जिन्होंने इस हमले में अपने प्रियजनों को खोया। यह समय देशवासियों के लिए एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने का है।" मनमोहन तिवारी ने भी शहीदों को नमन करते हुए कहा कि उनकी कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी और देश को आतंकवाद से मुक्त करने का संकल्प और मजबूत हुआ है।प्रमुख लोगों की उपस्थिति
इस कैंडल मार्च में प्रेस क्लब के प्रमुख सदस्यों और स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। इनमें डॉ. राजेंद्र कौशल, संतोष चौरसिया, अनिल श्रीवास्तव, मनमोहन तिवारी, बृजेंद्र गुप्ता, गौरव कौशल सहित कई अन्य शामिल रहे। स्थानीय नागरिकों ने भी इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश और मजबूत हुआ।