शिक्षा के लिए दान की गई जमीन पर फिर से खुलेगा स्कूल - तिवारी स्वतंत्र

मुंगेली/मुंगेली नगर को दानदाताओं की नगरी कहा जाता है। मुंगेली की पहचान वहां से शुरू हुई है, यहां के ज्यादातर स्कूल व अकादमियों के बीच में रामानुज प्राथमिक शाला को ही देखा जाए और उनकी चाहत के लिए हमेशा ही डांस के रूप में कुछ न कुछ दिया जाता है। कई दशक पहले मुंगेली के दानवीर रामानुज देवांगन द्वारा गरीब बच्चों की पढ़ाई और शिक्षा के लिए एक प्राथमिक शाला भवन का निर्माण किया गया था, और इस स्कूल का नाम रामानुज प्राथमिक शाला रखा गया था। यह स्कूल लगभग चार दशक से संचालित हो रहा है और यहां की काफी अच्छी शिक्षा व्यवस्था है, जिसके कारण आज यहां से छात्र डॉक्टर, वकील, इंजीनियर, प्रोफेसर और कई विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालयों के साथ-साथ राजनीतिक शास्त्र भी पढ़े जाते हैं और उनका नाम भी रोशन रखा जाता है।
बता दें कि मुंगेली के दानवीर रामानुज देवांगन ने शिक्षा के उद्देश्य से जिस विशाल भूमि और स्कूल भवन का दान किया था उसमें आज राज्य शासन द्वारा सी-मार्ट, मिलेट कैफे और धन्वंतरि मेडिकल का संचालन किया जा रहा है। कई दशक पहले यहां रामानुज प्राथमिक शाला का संचालन किया गया था, बाद में नगर पालिका ने दानदाता की सहमति लेकर क्षुद्र हो चुके रामानुज देवांगन के नाम से ही स्थापना की थी, लेकिन नगर पालिका ने परिसरों में प्रथम तल पर विद्यालय नहीं बनाया, लेकिन कांग्रेस सरकार आई तो मुख्यमंत्री शाला ने सी-मार्ट योजना की शुरुआत की, तब मुंगेली नगर पैलि व शासन प्रशासन की नजर में दानदाता द्वारा शिक्षा के लिए जमीन दी गई और इस रामानुज स्कूल की जमीन पर बने कॉम्प्लेक्स का स्वरूप इसे सी-मार्ट बनाया गया।मुंगेली अंबेडकर वार्ड के मठाधीश स्वतंत्र तिवारी ने सुशासन तिहार में आवेदन देते हुए शासन-प्रशासन से मांग की थी कि अंबेडकर वार्ड में 13 गौरव पथ स्थित सीमार्ट, मिलेट कैफे और धनवंतरी एक बड़े काम के साथ संचालित हैं, उक्त भूमि दानदाता रामानुज देवांगन ने शिक्षा के उद्देश्य के लिए दिया था, यहां पूर्व में रामानुज देवांगन स्कूल का निर्माण किया गया था, जहां अन्य छात्रावास भवन का निर्माण किया गया था। शिक्षा के लिए दान में दी गई जमीन पर व्यवसाय संचालित हैं एशिले सी-मार्ट, मिलेट कैफे और धनवंतरी मेडिकल को फिर से शुरू करें वहां शिक्षा के उद्देश्य के लिए दिया गया दान की जमीन पर रामानुज स्कूल खुल जाएं।अब देखें कि शासन-प्रशासन द्वारा सुशासन तिहार में पहुंच इस आवेदन पर क्या कार्यवाही की जाती है।