ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को पत्र देकर एनटीपीसी परियोजना से की रास्ते सहित अन्य मांग

ऊंचाहार,रायबरेली।दर्जनों ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को पत्र देकर घर बसे रहने की मांग की है।तहसील क्षेत्र के एनटीपीसी परियोजना के बाउंड्री वाल से सटा हुआ निरंजनपुर गांव है।निरंजनपुर मजरे खुर्रुमपुर गांव के सामने से ऊंचाहार सलोन मार्ग है।गांव के पास ऊंचाहार सलोन मार्ग के किनारे कुछ दुकानें और कुछ मकान बने हुए है।जिनमें लोग रहते है।बीते कुछ दिनों से एनटीपीसी परियोजना की हलचल निरंजनपुर गांव क्षेत्र में हुई और बाकायदा नोटिस भी चस्पा किया गया।जिसमें साफ साफ शब्दों में मकान खाली करने के निर्देश दिए गए थे।गौरतलब हो कि एनटीपीसी परियोजना बाउंड्री के किनारे साइड परियोजना की कुछ जमीन शेष पड़ी हुई थी।जिस पर एनटीपीसी परियोजना द्वारा यूके लिप्टस के पेड़ और विद्यालय बनवाया गया था।जो परियोजना द्वारा अब उजाड़ा जा चुका है।परियोजना निरंजनपुर गांव की तरफ अपना गेट खोलने की योजना बना चुकी है।जिस पर निरंजनपुर ग्रामवासियों को आपत्ति है और ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई है।इस दरम्यान खुर्रुमपुर प्रधान प्रतिनिधि विनय शुक्ल उर्फ बाबा संतोष,रज्जन,प्रमोद सहित ग्रामसभा की कुछ महिलाएं मौजूद रही है।इन सभी लोगों की मांग है कि परियोजना के बाउंड्री वाल से किनारे किनारे त्रिभुवन मिश्रा के घर से ऊंचाहार सलोन मार्ग तक ग्रामीणों के आवागमन हेतु डामरीकृत पक्का मार्ग लगभग 500 मीटर,ऊंचाहार सलोन मार्ग से छेदी लाल वर्मा के घर तक लगभग 300 मीटर इंटर लॉकिंग मार्ग और 50 सौर ऊर्जा की मांग की है।मांग माने जाने तक एनटीपीसी परियोजना अपने कार्य को बंद रखे अन्यथा ग्रामीण आंदोलित होने के लिए बाध्य होंगे।जिसकी जिम्मेदारी एनटीपीसी परियोजना के अधिकारियों की होगी।बताते चले जिस जगह पर एनटीपीसी परियोजना अपना निर्माण कार्य करने जा रही है उस जगह जमीन पर ग्रामीण लगभग 40 वर्षों से काबिज बताए जा रहे है।अब सवाल यह बनता है इतने वर्षों में एनटीपीसी परियोजना के अधिकारियों को अपनी जमीनें अब याद आ रही है।जब लोगो ने अपना एनटीपीसी की शेष बची जमीन पर अपना आशियाना बना लिया तब?