नबीनगर। प्रधान शिक्षक पर लगे गंभीर आरोप, ग्रामीणों ने सरकार से पदमुक्त करने की मांग

नबीनगर। नवीनगर प्रखंड के महुआव पंचायत अंतर्गत ससना गांव के राजकीय मध्य विद्यालय में प्रधान शिक्षक के पदभार संभाले हुए विकास शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाया गया है। आरोप लगाने वाले विद्यालय के ही 10 - 11 शिक्षक के साथ-साथ रसोईया एवं अभिभावक शामिल हैं। शिक्षकों ने कहा कि शुक्ला को नौकरी छोड़ राजनीतिक में शामिल हो जाना चाहिए । शुक्ला जी जब से आए हैं विद्यालय में जातिवाद, बच्चों का मध्यान्ह भोजन, शौचालय , नल का जल पीना दुर्लभ हो गया है। रसोईया ने बताया कि बच्चे 200 हो या 250 दाल मात्र डेढ़ केजी ही दिया जाता है। वही सब्जी बनाने के लिए केवल हल्दी और नमक डालकर बनाने का आदेश शुक्ला सर देते हैं, जब अधिक का मांग किया जाता है तो अभद्र बोलते हुए विद्यालय से हटाने की धमकी देते हैं । तमाम आरोपों को लेकर अभिभावकों में काफी आक्रोश भरा हुआ है। विद्यालय के बच्चों से पूछताछ किया गया तो बताया कि खाना विद्यालय में कभी-कभी मिलता है, जबकि सरकारी विद्यालय में प्रत्येक दिन रूटिंग के हिसाब से खाना देना अनिवार्य रूप से लागू है। विद्यालय जहां बच्चों की भविष्य संवरता है, वही प्रधान शिक्षक के द्वारा बच्चों के भविष्य में जहर घोला जा रहा है। इस मौलिक अधिकार के हनन का आखिर जिम्मेदार कौन है? आक्रोशित अभिभावकों के द्वारा सरकार से जितनी जल्द हो सके विद्यालय में जांच करने की मांग की है और कहा कि शुक्ला जैसे जातिवाद करने वाले शिक्षकों को पद मुक्त करें नहीं तो आगे कुछ भी होगा तो उसका जिम्मेदार सरकार खुद होगा। वही विकास शुक्ला ने कहा कि ऐसे आरोप काम करने वाले के ऊपर हमेशा लगाते रहते हैं। हम बच्चों से बहुत प्यार करते हैं।

महुआंव पंचायत के मुखिया बृजमोहन सिंह एवं उप मुखिया दीपक पाठक ने कहा कि लगाए गए आरोपी को अगले 6 अप्रैल तक सुधार करने की चेतावनी शुक्ला को दी गई है। अगर सुधार ना दिखा तो अभिभावक और शिक्षकों के साथ बैठकर मीटिंग की जाएगी जिसमें लिए गए निर्णय के अनुसार आगे का कदम उठाया जाएगा। वही इस मौके पर शिक्षक जयप्रकाश गुप्ता, साथी कमलेश कुमार प्रेमी, बबन कुमार, रंजीत कुमार, अंजू कुमारी, संजू कुमारी, त्रिवेदी आशुतोष बम बम ,सतेंद्र शर्मा ,पूनम पांडे, अरुण कुमार, अमरेश कुमार सिंह एवम ग्रामीण राजू कुमार, राकेश कुमार उर्फ व्यास, शशि कुमार, नीतीश कुमार और अन्य कई अभिभावक शामिल रहे हैं।