होली में आपके घर भी आ सकता है ये सफेद जहर... लेने से पहले रहें सावधान, वरना पहुंचा देगा अस्पताल

आगरा,

मिलावटखोर मिल्क पाउडर और रिफाइंड से पनीर बना रहे हैं। जांच में दूध और उससे निर्मित सामग्री के सबसे ज्यादा नमूने फेल हुए हैं।

आगरा में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की जांच में सबसे ज्यादा खोआ के 86.66 फीसदी नमूने फेल हुए हैं। जांच में स्टार्च और रिफाइंड मिला। मिल्क पाउडर और रिफाइंड से पनीर बना दिया गया। इसके 85.50 फीसदी नमूने जांच में फेल पाए गए हैं।

आगरा जिला अभिहित अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि बीते साल दूध और इससे निर्मित सामग्री के 476 नमूनों की रिपोर्ट प्राप्त हुई। इसमें से 273 नमूने फेल हो गए। इसमें सबसे ज्यादा दूध के 228 में से 141 फेल हुए। इसमें दूध में पानी और सिंथेटिक था।

खोया के 45 में से 39 फेल हुए। इसमें से पांच में स्टार्च और रिफाइंड की मिलावट पाई गई, बाकी के नमूनों में वसा की कमी थी। पनीर के 69 में से 59 फेल हुए। इसमें से पांच में मिल्क पाउडर और रिफाइंड से दूध बनाने के बाद पनीर तैयार किए गए थे। मिठाई के 11 में से 9 नमूने घटिया मिले।


*यहां करें शिकायत*

इस टोल फ्री नंबर-18001805533 पर शिकायत की जा सकती है।�

*ये कर सकते हैं पहचान*

दूध : एक घूंट पीकर कुल्ला कर दें, सिंथेटिक होगा तो शुरू में मीठा फिर मुंह कसैला लगेगा।

पनीर : मिल्क पाउडर-रिफाइंड से बना पनीर सख्त होगा। स्वाद में रिफाइंड की महक आएगी।

खोआ : इसमें स्टार्च होने पर आयोडीन मिलाने पर नीला रंग हो जाएगा। चखने पर कसैला लगेगा।