घोष की ताल ,सधी चाल के साथ बढ़ते कदमों का दृश्य, पाली में पहली बार मातृ शक्ति का पथसंचलन अरूणोदय-2023

घोष की ताल ,सधी चाल के साथ बढ़ते कदमों का दृश्य, पाली में पहली बार मातृ शक्ति का पथसंचलन अरूणोदय-2023

राष्ट्र सेविका समिति पाली नगर का भव्य पथ संचलन अरुणोदय संपन्न

मरुधर आईना संवाददाता ओम प्रकाश प्रजापत

पाली सिटी नगर में राष्ट्र सेविका समिति द्वारा अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य शशी दीदी के आठ दिवसीय संगठनात्मक प्रवास पर पथसंचलन की योजना की बनाई गई।

पाली नगर कार्यवाहिका अनीता सोनी, ने इस संचलन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जब से संचलन तय हुआ है तबसे ही पाली नगर में इसको लेकर उत्साह का माहौल है। जिला कार्यवाहिका चंचल दवे और विभाग कार्यवाहिका रीना वैष्णव ने बताया कि समिति द्वारा यह पहला पथ संचलन निकाला जा रहा है। इसको लेकर विगत एक माह से लगातार तैयारियां चल रही है।पथ संचलन हेतु पाली नगर की टोली बनाई गई। पंजीयन पत्रक बनाकर सभी ने योजनानुसार पाली नगर को 5 भागों में बांटकर सम्पर्क किया सभी उप नगरों व शाखा स्थानों पर पंजीयन प्रारंभ हुए, व्यवस्था दृष्टि से सभी के जिम्मे काम तय हुए, संचलन का मार्ग, शासकीय अनुमति, सुरक्षा व्यवस्था, समापन कार्यक्रम, प्रचार प्रचार सामग्री, पत्रकार संपर्क, सहित सभी कार्य, सबने मिलकर परिश्रम पूर्ण तरीके से संपन्न किए।पाली विभाग सह कार्यवाहिका अंजना सर्राफ ने बताया कि योजना क्रियान्वयन व परिश्रम आधार पर सभी को अच्छे उत्साहजनक कार्यक्रम का पूर्वानुमान रहा । अतः तय योजनानुसार पाली नगर का पहला पथ संचलन लोढ़ा बाल निकेतन विद्यालय आरंभ हुआ। सड़क के दोनों किनारों पर बडी संख्या में पाली नगर के सम्माननीय नागरिक गण एवं सामाजिक संगठनों द्वारा खड़े होकर जय घोष और पुष्प वर्षा से बहनों का स्वागत कर रहे थे।बहनों ने कदम से कदम मिलाते हुए भव्य संचलन को साकार रूप दिया। लगभग चार दर्जन स्थानो पर भव्य स्वागत किया गया। संचलन सूरजपोल, सोमनाथ मंदिर, सर्राफा बाजार, राणा प्रताप चौक से होते हुए इसका समापन सोजतिया बास में हुआ। इस संचलन में विशिष्ट अतिथि के रुप में डा अचला जी माहेश्वरी की गरिमामय उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ी समापन पर पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र की क्षेत्र प्रचारिका व अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य माननीय शशि दीदी ने सभी बहनों को ओजस्वी पाथेय प्रदान किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र सेविका समिति की स्थापना 1936 में विजयादशमी के दिन हुई थी। महिलाओं को शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक रूप से सक्षम बनाने हेतु अपने संगठन की स्थापना वंदनीय लक्ष्मीबाई केलकर ने की थी। उनका उद्देश्य महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में सक्षम बनाना है। इसके लिए उन्होंने समिति के तीन आदर्श रखें थे। मातृत्व के लिए जीजा बाई नेतृत्व के लिए लक्ष्मीबाई और कर्तव्य के लिए अहिल्याबाई होल्कर का प्रेरणादायी जीवन चरित्र बताते हुए सभी बहनों को अपने जीवन में आगे बढ़ने की उत्साह वर्धक पाथेय दिया।राष्ट्र सेविका समिति के इस पथ संचलन में 425 बहनों की उपस्थिति रही।अत्यंत उत्साह से इस पथ संचलन का एक नया अनुभव लेकर सभी बहनों ने देश भक्ति के भाव को ग्रहण किया।