श्रमिक की हत्या कर शव छिपाने का भट्ठा संचालक समेत छह लोगों पर कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज

ऊंचाहार,रायबरेली।पट्टी रहस कैथवल गांव स्थित एक ईट भट्ठे पर छत्तीसगढ़ का श्रमिक ईट पथाई का काम करता था।आरोप है कि ईट भट्ठा संचालक द्वारा अपने साथियों के साथ श्रमिक की पिटाई कर उसका शव गायब कर दिया गया।मृतक की पत्नी की तहरीर पर भट्ठा संचालक समेत छह लोगों पर मारपीट के बाद हत्या कर शव छिपाने का न्यायालय के आदेश पर कोतवाली में केस दर्ज हुआ है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश के बिलासपुर जिला अंतर्गत सरवानी बिलहा निवासी सातो बाई का कहना है कि नवंबर 2012 में ईट भट्ठा संचालक जितेंद्र बहादुर सिंह उसके घर पहुंचे और ईंट पाथने के लिए 25 हजार रुपए घर पर ही एडवांस दे आए।इसके बाद दिसम्बर महीने में उसका पति बैठमाल पट्टी रहस कैथवल गांव स्थित यस बिक्र फील्ड पर मजदूरी का कार्य करने चले आए और भट्ठे पर ईटों की पथाई का कार्य करने लगे। जिसके बाद ईंट भट्ठा संचालक जितेंद्र बहादुर सिंह अपने भाई रुपेंद्र बहादुर सिंह व उनके मुंशी राकेश कुमार व जगतपाल के साथ आए दिन पाथे गए ईटों में कोर धार ना होने तथा अच्छी किस्म की ईंटें ना पाथने की बात कहकर गाली गलौज करते हुए ब्याज वसूली को लेकर धमकाते रहते थे।गत वर्ष 12 दिसंबर की रात उसके पति बैठमाल का अपहरण कर ले गए और लाठी-डंडों से उसकी इतनी पिटाई कर दी कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई है।घटना के बाद रात में ही उसके शव को गड्ढा खोदवा कर कहीं गड़वा दिया गया। भयभीत मजदूरों साथियों ने घर पहुंच कर घटना से संबंधित सारी जानकारी दी।इसके बाद सातो बाई ईंट भट्ठे पर पहुंची, तो भट्ठा संचालक द्वारा श्रमिकों की आपसी लड़ाई में उसके पति की मौत हो जाना बताया गया।जिसके बाद वह कोतवाली पहुंची लेकिन उसकी सुनवाई नहीं है।महिला ने कोर्ट का सहारा लिया।

कोतवाल बालेंदु गौतम ने बताया कि सातो बाईं की तहरीर पर अरखा गांव निवासी जितेंद्र बहादुर सिंह, रूपेंद्र सिंह,गौरव, राकेश,जगतपाल,महारानी के खिलाफ संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।