आम के हरे भरे पेड़ों पर पछवा दून क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा  ठेकेदारों का कुल्हाड़ा

आम के हरे भरे पेड़ों पर पछवा दून क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा ठेकेदारों का कुल्हाड़ा

विकास नगर (देहरादून) पछवा दून क्षेत्र के सहसपुर उद्यान विभाग क्षेत्र में लगातार हरे भरे आम के प्रतिबंधित पेड़ों पर ठेकेदारों का कुल्हाडा चल रहा है जिससे उद्यान विभाग बेखबर है तहसील विकासनगर क्षेत्र में आए दिन हरे भरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलने के मामले सामने आ रहे हैं आम के फलदार बगीचे के बगीचे साफ कर दिए जाते हैं और उद्यान विभाग को कानो कान खबर तक नहीं लगती हमेशा की तरह इस बार भी मीडिया कर्मी द्वारा उद्यान विभाग को उजड़े हुए आम के बाग की लोकेशन भेज कर सहसपुर उद्यान विभाग को जगाने का काम किया है

बता दें उत्तराखंड सरकार द्वारा आम के फलदार पेड़ों को जहां एक तरफ काटने के लिए प्रतिबंधित किया गया है वहीं दूसरी ओर ज्यादा पैसे कमाने के लालच में हरे भरे आम के पेड़ों को काटने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं जिस पर उद्यान विभाग अंकुश लगाने में नाकामयाब साबित हो रहा है सीधे तौर पर देखा जाए तो बागवान माफिया सीधे सरकार को चुनौती दे रहे हैं आए दिन हरे भरे आम के बगीचे काटे जाने से तहसील विकासनगर क्षेत्र से फलदार पेड़ों का तो सफाया हो ही रहा है परंतु साथ-साथ पर्यावरण के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है

आपको बताते चलें ताजा मामला आज भी सामने आया जहां सहसपुर उद्यान विभाग क्षेत्र के पौधा में कई बीघा में फैला हुआ हरे भरे आम के पेड़ों का बगीचा काटने का काम पिछले कई दिनों से चल रहा है परंतु संबंधित विभाग को कानों कान भनक तक नहीं लगी मौके पर देखा गया की इस समय जहां बाग फल देने की तैयारी में है वहीं दूसरी ओर कई बीघा भूमि में से आम के हरे भरे पेड़ों का सफाया कर दिया गया है बाघ के नजदीक वन विभाग क्षेत्र कि खाली पड़ी जगह में आम के पेड़ों को काट कर फेंक दिया जाता है जगह-जगह वन विभाग क्षेत्र में हरे भरे आम के पेड़ों हरे और सूखे अवशेष देखे जा सकते हैं इससे साफ पता चलता है वन विभाग भी इस बात से बेखबर है कि वन विभाग क्षेत्र में आम के हरे भरे पेड़ों को इतनी बड़ी मात्रा में छुपाना वन विभाग को पता ना चल ना कहीं ना कहीं वन विभाग भी सवालों के घेरे में आता दिखाई दे रहा है अब देखने वाली बात होगी क्या संबंधित विभाग खानापूर्ति कर मामले को रफा-दफा करने का काम करेगा या फिर बागवानी को बचाने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगा यह तो आने वाला समय ही निर्धारित करेगा