बांदा में नैनिहालो का भविष्य दांव पर,स्कूल के सामने से निकलते ओवर लोड ट्रक

- बेसिक शिक्षा विभाग और विभागीय जिम्मेदारों के ऊपर बड़ा प्रश्नचिन्ह
- स्कूल समय में ओवर लोड ट्रक निकलने से हो सकती है कोई बड़ी घटना
बांदा। जिले में लगातार बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के मामले सामने आ रहे है। बीते दिनों बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों में बच्चो को बांटी जाने वाली निःशुल्क किताबे कबाड़ी की दुकान पर मिली थी। अब नया मामला बड़ोखर ब्लॉक से सामने आया है । जहां सोहाना गांव स्थित विद्यालयों के आगे से लगातार ओवर लोड ट्रक निकलने के कारण बच्चो की पढ़ाई पूरी तरह से चौपट है।लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। एक तरफ देश की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार गांव परिवेश में रहने वाले बच्चो को लगातार अच्छी शिक्षा देने के लिए कटिबद्ध है।वही दूसरी तरफ बांदा जिले में इसके उलट ही पूरा मामला दिखाई दे रहा है।ज्ञात हो कि बीते दिनों बबेरू ब्लॉक के एक कबाड़ी की दुकान से पुलिस ने छापा मार कर बच्चो को बांटी जाने वाली निःशुल्क किताबो को बरामद किया था। अब नया मामला बड़ोखर ब्लॉक से सामने आया है। जहां के प्राथमिक विद्यालय कुंबरपुर,प्राथमिक विद्यालय बजरंग पुरवा,पूर्व माध्यमिक विद्यालय सोहाना के सामने से खुलेआम विद्यालय समय पर भी ओवर लोड बालू भरे ट्रक निकल रहे है। जिसके कारण बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे है। इसके अलावा लगातार धूल के उड़ने के कारण बच्चो को बीमारी होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। ट्रको के आवाजाही के कारण जो आवाजे होती है वो बच्चो के पढ़ाई में बाधक हो रही है। इसके अलावा ट्रक निकलने के कारण कभी भी किसी बच्चे के साथ किसी दुर्घटना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।जिले में जो मामले खुल रहे है उन पर जांच जरूर की जाती है।लेकिन जैसे ही मामला ठंडा होता है।वो जांच ठंडे बस्ते में चली जाती है।लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है की जब देश की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार लगातार बच्चो के भविष्य को लेकर चिंतित है।तो बांदा जिले में बेसिक शिक्षा में कार्यरत जिम्मेदार उनकी मंशा पर पानी क्यों फेर रहे है।यह अपने आप में एक बड़ा सवाल जरूर है। अब देखने वाली बात होगी की लगातार जिले में बच्चो के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ में सरकार और अधिकारियों का क्या रुख रहता है।यह तो आने वाला समय ही बता पायेगा ।