देखिए ! महुआ ब्लॉक का वसूली बाज एबीएसए

- निरीक्षण के दौरान बंद विद्यालयों की सेटिंग के नाम पर करता है खेल
- सूत्रों के अनुसार कुछ अध्यापकों और कर्मचारियों से कराता है वसूली
बांदा । प्रदेश के योगी सरकार की जीरो टालेंस की नीति को बांदा जिले के महुआ ब्लॉक का खंड शिक्षा अधिकारी खुलेआम अवैध वसूली कर ठेंगा दिखा रहा है। सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है की जिले के बेसिक विभाग के महुआ ब्लॉक में वर्तमान में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार पटेरिया द्वारा अध्यापकों का खुलेआम दोहन किया जा रहा है। लेकिन किसी में जिम्मेदार अधिकारी की नजर इस ओर नही पड़ रही है।
जिले के बेसिक विभाग में योगी सरकार के मंशा अनुरूप जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रिंसी मौर्या द्वारा काम किया जा रहा है।लेकिन उनकी नाक के नीचे उन्ही के मातहत महुआ ब्लॉक में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार पटेरिया द्वारा खुलेआम शिक्षको से अवैध वसूली किए जाने की जानकारी मिली हैं । कुछ शिक्षको ने नाम न छापने की शर्त के बताया है की वर्तमान में महुआ ब्लॉक में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान खुलेआम जमकर अवैध वसूली की जा रही है। नाम न छापने की शर्त में एक शिक्षक ने बताया की अगर इनके द्वारा किसी विद्यालय का निरीक्षण किया जाता है और वो विद्यालय बंद पाया जाता है तो उनके ऊपर बंद विद्यालय के स्टाफ के ऊपर कोई कार्यवाही न करके सेटिंग कर अवैध वसूली की जाती है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार तो यहां तक जानकारी मिली है की बीते दिनों उपरोक्त खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा महुआ ब्लॉक के एक विद्यालय का निरीक्षण किया गया था।जो बंद मिला था।लेकिन उपरोक्त खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा उस विद्यालय पर कोई कार्यवाही न करके उस विद्यालय के स्टाफ से 3000 से 5000 रुपए तक की अवैध वसूली करके उनको क्लीन चिट देते हुए उस दिन के हस्ताक्षर करने तक की अनुमति तक दे दी गई।अब सबसे बड़ा सवाल तो यह उठता है की एक तरफ प्रदेश के योगी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का सपना साकार करने में लगी हुई है। उसी सपने को साकार करने के लिए जिले की बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रिंसी मौर्या भी लगी हुई है। वही दूसरी तरफ उन्ही की नाक के नीचे ऐसे भ्रष्ट अधिकारी खुलेआम अपने भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है।आखिर ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के ऊपर नजर क्यों नही पड़ रही है।ये कही न कही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के ऊपर भी प्रश्न चिन्ह लगा रह है।अब देखने वाली बात होगी ऐसे भ्रष्ट अधिकारी के ऊपर जिम्मेदारों के द्वारा जांच के कैसी कार्यवाही अमल में लाई जाती है।ये देखने वाली बात होगी की जो योगी सरकार के सपने को चकनाचूर कर रहा है ऐसे भ्रष्ट अधिकारी के ऊपर कैसी कार्यवाही अमल में लाई जाती है।