बिहार विद्यालय रात्री प्रहरी संघ ने अपनी मांगों को लेकर दिया धरना

आरा - बिहार के सभी विद्यालयों में रात्रि प्रहरियों की समस्याओं के समाधान के लिए रात्रि प्रहरी संगठन का गठन किया गया है। जो पांच हजार प्रति माह का बहुत ही अल्प राशि का भुगतान प्राप्त होता है और वह भी बकाया चलता है। ये लोग अपना समय विद्यालय में देते हैं, तो अपने एवं अपने आश्रित परिवारों का पेट भरने के लिए कोई अन्य मजदूरी करने कहां जा सकते हैं।

रात्रि प्रहरी को तत्काल नियमित रूप से मानदेय का भुगतान किया जाए जिसके कारण इन लोगों के परिवार भूखमरी के कगार पर हैं। दूकानदार भी राशन देने में आना -कानी कर रहे हैं ।
जो सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी से भी कम है।विद्यालयों में स्मार्ट क्लास, उपस्कर, विद्युतीकरण, पेय-जल और शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था की सुरक्षा के लिए जून -2020 में संप्रति विद्यालयों में 5000 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय पर रात्रि प्रहरी को नियुक्त किया गया। जो विगत वर्षों से वेतन का भुगतान नहीं होने के कारण सभी रात्रि प्रहरी कर्मचारी की माली हालत परिवार में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न है कई लोग बेहतर के अभाव में अपने एवं परिजनों का समुचित इलाज एवं भरण पोषण नहीं कर पा रहे हैं समान व्यवहार का सीजन है परिवार के बच्चे भी उपेक्षित महसूस कर रहे हैं इन सभी कारणों से कर्मचारी संघ काफी दुखी है जो विभागीय पदाधिकारियों की घोर उदासीनता एवं लापरवाही स्पष्ट प्रतीत हो रहा है उन्होंने कहा कि बकाया वेतन भुगतान की कार्रवाई यथाशीघ्र की जाए नहीं तो हम सभी बाध्य होकर समाहरणालय परिसर में भूख हड़ताल पर बैठेंगे। जिसकी सारी जवाबदेही संबंधित विभाग के अधिकारियों की होगी। संघ के अध्यक्ष ने एकजुटता का आह्वान करते हुए कहा कि अपनी जायज मांगों की पूर्ति के लिए हमें एकजुट होकर संघर्ष करना होगा।

बैठक में गजेंद्र कुमार, विजय सिंह, कृष्णा जी, दारा जी, विपुल कुमार, कमलेश कुमार, राकेश कुमार, रामाकांत, प्रताप कुमार, सरोज कुमार, अमित कुमार, अनुग्रह, पवन कुमार, उदय प्रकाश सिंह, धर्मेंद्र यादव, हीरालाल यादव, राजकुमार, मुन्ना कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार यादव, अखिलेश यादव,तथा शत्रुघन सिंह के अलावा अन्य लोग मौजूद थे।