महुआ खंड शिक्षा अधिकारी अध्यापकों से अवैध वसूली में लिप्त

- अध्यापकों को कार्यवाही के नाम पर डरा कर कर रहा खेल
- अवैध लेन देन के लिए रखे है प्राइवेट व्यक्ति को
बांदा । प्रदेश के योगी सरकार एक ओर भ्रष्टाचार मिटाने के लिए मुहिम चलाए हुए है।वही दूसरी तरफ जिले के बेसिक विभाग के महुआ ब्लॉक में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार पटेरिया द्वारा अध्यापकों से अवैध वसूली किए जाने की जानकारी मिल रही है। कुछ अध्यापकों ने नाम न छापने के शर्त पर बताया है की उपरोक्त खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा इस समय पूरे ब्लॉक में निरीक्षण कर अनुपस्थिति के नाम पर अध्यापकों से जम कर अवैध वसूली का खेल खेला जा रहा है। लेकिन इस ओर कोई ध्यान देने वाला नही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खंड शिक्षा अधिकारी श्री पटेरिया द्वारा स्कूलों का निरीक्षण किया जाता है। उसमे उपस्थिति रजिस्टर में छोटे अक्षरों में अनुपस्थिति दर्शा दिया जाता है।इसके बाद उसको बनवाने के लिए या उसमे हस्ताक्षर करने के लिए अध्यापकों को कार्यवाही के नाम पर डरा कर हजारों का खेल किया जाता है। सूत्रों के अनुसार अध्यापकों से अवैध धन लेने के लिए बकायदा उक्त खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा एक प्राइवेट व्यक्ति को भी रखा गया है। जो उनके इस अवैध खेल में रूपयो का लेन देन करता है। अध्यापकों से जो भी सेटिंग गेटिंग का खेल खेला जाता है। वो पूरा खेल इसी प्राइवेट व्यक्ति द्वारा खेला जाता है। एक ओर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा अवैध कार्यों और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए अभियान चलाए हुए है।उसी क्रम में बांदा के जिला अधिकारी अनुराग पटेल भी लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे जिले में अभियान चलाए हुए है।वही दूसरी तरफ जिलाधिकारी की नाक के नीचे ऐसे भ्रष्ट अधिकारी अपना अवैध वसूली और भ्रष्टाचार का खेल कर अपनी जेबें भर रहे है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूल चेकिंग और उसके बाद अध्यापकों को कार्यवाही के नाम पर डरा कर एक महीने में कई लाख रुपए की अवैध वसूली का खेल किया जा रहा है। अब देखने वाली बात होगी की ऐसे भ्रष्ट अधिकारी जो प्रदेश के मुखिया के सपने को चकनाचूर कर रहा है।उसके खिलाफ उच्चाधिकारियों द्वारा क्या कार्यवाही अमल में लाई जाती है।