राजस्थान/चितौड़गढ़ - निम्बाहेड़ा पंचायत समिति के किसानों को मटर उन्नत खेती पर कृषक प्रशिक्षण एवं आदान वितरण शिविर का आयोजन

कृषि में नए युग की शुरुआत, प्रशिक्षण और नए प्रयोग से बढ़ेगी पैदावार- सहकारिता मंत्री श्री उदयलाल आंजना

चित्तौड़गढ़। डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फाउण्डेशन ट्रस्ट मद से मटर उत्पादन पायलट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत गुरुवार को सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना मुख्य अतिथि, पंचायत समिति निम्बाहेडा के प्रधान बगदीराम धाकड़, विशिष्ट अतिथि जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल की अध्यक्षता में पंचायत समिति निम्बाहेड़ा के परिसर में किसानों को मटर उन्नत खेती पर प्रशिक्षण एवं मटर बीज व आदान वितरण किया गया।

समारोह के मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने किसानों को संबोधित करते हुए राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लेकर अपनी आय में वृद्धि करें। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किसानों के लिए अलग से कृषि बजट पेश किया गया तथा सोलर ऊर्जा संयंत्र एवं पॉली हाउस पर लघु सीमान्त कृषकों को 70 प्रतिशत तक अनुदान दिये जाने की घोषणा कृषि बजट में की गई थी।

इस अवसर पर सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना ने कृषकों को राजस्थान के अन्य जिलों में कृषि के क्षेत्र में नई ईजाद हुई कृषि तकनीक के ज्ञान वृद्धि हेतु डीएमएफटी मद से भेजने के लिए निर्देशित किया। सहकारिता मंत्री ने आह्वान किया कि जिस किसान का मटर खेती हेतु चयन किया गया है वह बुवाई से लेकर कटाई तक आय-व्यय के ब्यौरे का विवरण डायरी में नोट करें, ताकि अंत में गेहूं, जौ एवं चना आदि फसलों से फायदे की तुलना की जा सके।

उपस्थित लघु एवं सीमान्त कृषकों को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल ने कहा कि मटर उत्पादन हेतु डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फाउण्डेशन ट्रस्ट मद अन्तर्गत जिले की पंचायत समिति निम्बाहेड़ा के 500 कृषकों को उन्नत खेती करने हेतु पायलट प्रोजेक्ट लिया गया है। जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि चयनित कृषकों को वाट्सप ग्रुप बनाकर 20-20 किसानों का समूह बनाते हुए एक कृषि पर्यवेक्षक कों पर्यवेक्षण हेतु लगाया जाए जिससे वास्तविक परिणाम प्राप्त किए जा सके।

निम्बाहेडा पंचायत समिति के प्रधान बगदीराम धाकड़ ने उपस्थिति कृषकों को कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा बताई जा रही नई तकनीक को अपना कर खेती करने का आहवान किया।

  • उर्वरक की कमी नहीं जरूरत हो उतना ही खरीदें

उप निदेशक कृषि (विस्तार) जिला परिषद् चित्तौडगढ़ डॉ. शंकर लाल जाट द्वारा डीएमएफटी मद से मटर उत्पादन हेतु लिए गये पायलट प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। डॉ. जाट ने रबी फसलों हेतु उर्वरको की जिले में कोई कमी नहीं है परन्तु आवश्यकतानुसार क्रय करने का आह्वान किया।

  • किट में ये शामिल

चयनित कृषकों को 0.1 हेक्टेयर (आधा बीघा) क्षेत्रफल हेतु मटर का 10 किलोग्राम उन्नत बीज किस्म सोना 1010 एवं 250 मिलीलीटर जैविक कल्चर की बोटल, 5 किलो यूरिया उर्वरक एवं 25 किलोग्राम सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक, 5 किलोग्राम सूक्ष्म पोषक तत्व मिक्सर, कीटनाशी रसायन का फसल अवधि के दौरान आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराया जाएगा।

उप निदेशक कृषि (आइपीएम) चित्तौडगढ़ ओम प्रकाश शर्मा द्वारा कृषकों को रबी फसलों की बुवाई एवं उन्नत खेती एवं कृषि शष्य क्रियाओं के बारे में जानकारी दी गई। सहायक निदेशक उद्यान चित्तौडगढ़ डॉ. शंकरसिंह राठौड़ द्वारा किसानों को उद्यान विभाग से कृषक हित में संचालित योजना जैसे सौलर ऊर्जा संयत्र, ड्रिप संयत्र, पोली हाउस की स्थापना एवं बगीचे स्थापना पर राज्य सरकार द्वारा दिये जा रहे अनुदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

  • जिला स्तरीय रबी गोष्ठी का आयोजन

उप निदेशक कृषि (विस्तार) एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा चित्तौडगढ़ दिनेश कुमार जागा द्वारा आत्मा योजनान्तर्गत कृषकों के हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई तथा जिला स्तरीय रबी गोष्ठी का आयोजन किया गया।

कृषि विज्ञान केन्द्र के मुख्य उद्यानिकी वैज्ञानिक डॉ. राजेश जलवानिया द्वारा मटर की उन्नत खेती के बारे में कृषकों को विस्तृत जानकारी देते हुए उन्नत तकनिकी अपनाने के बारे में जानकारी प्रदान की गई।

मंच पर ग्राम पंचायत डला किशनपुरा के सरपंच कालू लाल धाकड़, मांगरोल सरपंच गोपाल जी रूल, पूर्व पार्षद नगर पालिका निम्बाहेडा शोभालाल जाट, महेश धुत जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

कृषि अधिकारी ज्योति प्रकाश सिरोया, अंशु चौधरी, गोपाल लाल धाकड़ सहायक कृषि अधिकारी गोपाल लाल शर्मा, नोविना शेखावत, प्रियंका कटारा, शान्ति लाल खटीक, मोहम्मद अकरम, रामचन्द्र बग्गड़ एवं निम्बाहेडा पंचायत समिति के समस्त कृषि पर्यवेक्षक उपस्थित थे।

मंच का संचालन रमेश आमेटा, कृषि अनुसंधान अधिकारी (शष्य) द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।