जय किसान आंदोलन ने अनाज मंडी में दिया सांकेतिक धरना |

? *दो दिन पहले मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर दी थी सांकेतिक धरना देने की चेतावनी |*
? *बाजरे की खरीद MSP पर करने की है मांग |*

गुरवार को जय किसान आंदोलन जिला इकाई रेवाड़ी द्वारा अनाज मंडी रेवाड़ी में MSP पर खरीद न होने पर सांकेतिक धरना दिया गया |


बता दे की पिछले सप्ताह के शनिवार को जय किसान आंदोलन के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष युद्धवीर सिंह अहलावत व प्रदेश प्रवक्ता संदीप यादव व अन्य पदाधिकारियो ने रेवाड़ी, कनीना, अटेली मंडी का दौरा किया जिसमें उन्होंने बाजरा और कपास की की जा रही खरीद की जमीनी स्तर पर जांच की | संदीप यादव ने कहा था कि अगर 2 दिन में व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो जय किसान आंदोलन सांकेतिक धरने पर बैठ जाएगा जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इसी को लेकर जय किसान आंदोलन के साथियों ने अनाज मंडी में धरना दिया |


धरने का नेतृत्व कर रहे जगमाल सिंह लोधाना ने बताया की शनिवार को जय किसान आंदोलन के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष युद्धवीर सिंह अहलावत ने बताया था की रेवाड़ी में 30 सितम्बर तक 126800 किवंटल बाजरे की गैर सरकारी खरीद हो चुकी है | जबकि MSP रेट ₹ 2350 प्रति क्विंटल है | मोजुदा सरकार किसान को उसका न्यायोचित अधिकार दिलाने में असफल साबित हुई है। जबकि हर किसान को उसकी बाजरे की फसल का ₹ 2350 प्रति क्विंटल का दाम अब तक मिल जाना था। लेकिन वास्तव में मंडियों में यह रेट किसी किसान को नहीं मिला। क्योंकि सरकार ने 1% बाजरा की खरीद भी नहीं की।


अभय सिंह फिदेड़ी ने बताया की बाजरा की सरकारी खरीद बन्द होने से किसान परेशान है | भारी मात्रा में मंडी में बाजरा की आवक हो रही है | सरकारी खरीद बन्द होने से किसानों को अपना बाजरा ओने पोने दामों में बेचना पड़ रहा है | हमारी प्रसासन से मांग है की बाजरे की खरीद पर रोक हटाई जाए l किसान का दाना दाना MSP रेट पर खरीदा जाए l भारी वर्षा से खराब हुई फ़सल की तुरंत गिरदावरी करवाकर मुवावजा दिया जाए l MSP पर खरीद शुर कर रोस्टर संख्या को 6 गुणा बढ़ाया जावे l


इस मोके पर जगमाल सिंह लोधाना,बलवंत सिंह लोधाना,धर्मसिंह राजपुरा,रामनिवास डहिना,लालसिंह डहिना,राजपाल मुंडिया खेडा, प्रथ्वी सिंह बालियर खुर्द,प्रकाश अहरोध, ,सतपाल चौधरी मिलकपुर, अभय सिंह फिदेड़ी,सत्यप्रकाश शर्मा संगवाडी,सुशिल कुमार गढ़ी,रतन सिंह गढ़ी, रामकवार, समय सिंह बालावास, आदि कार्यकर्ता मोजूद रहे |