नपा बैकुण्ठपुर मे साफ सफाई की व्यवस्था चरमराई, गंदगी में रहने को नगरवासी मजबूर      नप अध्यक्ष के साथ सौतेला व्यवहार  

बैकुण्ठपुर। नपा बैकुण्ठपुर मे चुनाव होनें के बाद कांग्रेस के पास पुर्ण बहुमत अध्यक्ष बननें के लिए था, लेकिन भाजपा ने अध्यक्ष पद पर कब्जा जमा लिऐ। भाजपा का नपा अध्यक्ष बनते ही कांग्रेस मे कलह पैदा हो गई और भेद भाव की राजनिति प्रारम्भ हो गई है। ज्ञात हो की बैकुण्ठपुर नगर पालिका चुनाव मे अध्यक्ष बनानें के लिए 11 पर्षदों की आवश्यकता थी और 11 पार्षद कांग्रेस के पास थे किंतु अध्यक्ष बनने की होड़ में पार्षद 3 गुटों में बैठ गए जिसका फायदा पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शैलेश शिवहरे ने उठाते हुए भाजपा प्रत्याशी को नगर पालिका अध्यक्ष बैकुंठपुर बनाने में सफल हुए। नगर पालिका बैकुंठपुर में भाजपा के अध्यक्ष बनते ही भेदभाव की राजनीति भी प्रारंभ हो गई वर्तमान की स्थिति अब इस प्रकार है कि भाजपा की समर्थक नगर पालिका अध्यक्ष नविता शिवहरे किसान नगर पालिका नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि सहित कर्मचारियों का व्यवहार सही नहीं है और वही कांग्रेस के सत्ता शासन होने के कारण कांग्रेस के पार्षदों की पूछ परख भी हो रही है। समस्त कार्यों में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों का ही बोलबाला चल रहा है। नपा के एक कर्मचारी नें नाम न छापनें की शर्त पर बताया की नपा के सभी नवन्यूक्त पार्षदों के द्वारा व कर्मचारियों के द्वारा अध्यक्ष नविता शिवहरे के सांथ भेद भाव किया जा रहा है, जबकि नपा कार्यालय मे अध्यक्ष और नपा अधिकारी ही मुखिया होते है, लेकिन सत्ता शासन का इतना दबाव है की अध्यक्ष को नपा के किसी भी कार्य की जानकारी नहीं दी जा रही है, इसका मुख्य कारण भाजपा समर्थक होना है। यहां तक की नपा कर्मचारी नें बताया की कुछ पार्षदों के द्वारा एकजुट हो कर चर्चा चल रही है की ऐसे नेता आए बडे-बडे और हमारे सामनें नहीं टीक सके, जिसका उदाहरण भी शहर की जनता देख चुकि है। कर्मचारी के बताऐ अनुसार कांग्रेस समर्थको नें पुर्व नपा अध्यक्ष व भाजपा जिला उपाध्यक्ष शैलेश शिवहरे को टारगेट लेकर कह रहे है कि बडे-बडे शहर के नेताओं को हरा कर आऐ है जिसका परिणाम हमे मिला है। हम जो चाहेंगे वह नपा बैकुण्ठपुर मे होना चाहिए अन्यथा हम मंत्री जी से शिकायत करनें मे पिछे भी नहीं हटेंगे, पुर जोर विरोध किया जाऐगा। इसी भेदभाव के सम्बंध मे मिली जानकारी के अनुसार नपा कार्यालय मे इतनी भेदभाव देखी जा रही है की वार्ड क्र. 12,13 व 10 नम्बर मे साफ सफाई व्यवस्था का हाल बेहाल है। गंदगी चारों ओर पटी पडी हुई है, इतना ही नहीं नपा के वार्ड नं. 02 मे प्रतिदिन सफाई कराया जा रहा है किन्तु वार्ड नं. एक मे साफ सफाई व्यवस्था शुन्य हो गई है, पहले तो कम से कम हप्ते पन्द्रह दिन मे सफाई भी होती थी, किन्तु चुनाव के बाद सफाई व्यवस्था केवल सत्ता पक्ष के समर्थकों को खुश करनें तक ही की जा रही है, यही कारण है की नपा चुनाव को हुए अभी छः महीनें भी नहीं बिते है और शहर मे चर्चा चलनें लगी है की आखिर हमारा क्या कसुर की हमारे वार्डों मे सफाई नहीं हो रही है, जबकि हम समय से टैक्स नपा को देते है। इसके बाद भी यह हाल है की कोरोना काल सर पर मण्डरा रहा है और सफाई व्यवस्था जीरो कर दिया गया है। हलाकि अब देखना दिलचस्प रहेगा की आनें वाले साल मे चुनाव की तैयारी होनी है, उसके मद्दे नजर नपा बैकुण्ठपुर मे कांग्रेस के नवन्यूक्त जनप्रतिनिधियों व भाजपा के नवनियुक्त जनप्रतिनिधियों के साथ किस प्रकार से तालमेल बनाती है, और शहर का विकास कैसा होगा।

वर्तमान भाजपा समर्थक नपाध्यक्ष नविता शिवहरे के नेतृत्व मे कलेक्टर कोरिया कुलदीप शर्मा से मिल कर शहर के विकाश हेतु सिविल लाइन में एक शॉपिंग मॉल बनाने की बात कह कर आए हैं, ताकि शहर का ग्रोथ बढ़े। नपा बैकुण्ठपुर मे जिस प्रकार कांग्रेस के पास बहूमत होनें के बाद भी तीन गुट बननें के कारण अध्यक्ष का पद नहीं मिल सका अब ठीक उसी प्रकार भाजपा के लोग भी अन्दर ही अन्दर बैकुण्ठपुर नपाध्यक्ष के पद हो सत्ता पक्ष के समर्थकों के सांथ मिलकर गिराने की भरपूर प्रयास कर रहे हैं। जिस प्रकार से शैलेश शिवहरे को भीतरघातियों के द्वारा पार्षद चुनाव हराया गया उसी प्रकार एक बार फिर रणनीति तैयार कर रही है। पार्टी मे अब देखना यह होगा कि पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष व भाजपा जिला उपाध्यक्ष के द्वारा अपनी कुर्सी अध्यक्ष की बचाने में सफल होते हैं या नहीं।