निजात अभियान के नाम पर झुठी कार्यवाही करके वाहवाही लुट रही कोतवाली पुलिस

बैकुण्ठपुर। पुलिस कप्तान के द्वारा जिले मे अवैध कारोबार व ड्रग के खिलाफ निजात अभियान चलाया जा रहा है, जिसको लेकर बालिबुड तक के लोग समर्थन कर रहे है, लेकिन इसके पिछे की कहानी और कुछ बयां कर रही है। सुत्रों की मानें तो कोतवाली पुलिस के द्वारा लगातार की जा रही कार्यवाही मे कई बेगुनाह युवकों को भी फर्जी तरीके से गिरफ्तार कर उन पर ड्रग डाले जा रहे है और कार्यवाही की जा रही है। कोतवाली पुलिस के द्वारा पकडे गए लोगों के पास एक नग इंजेक्शन रहता है वह रातों रात 200 मे तबदिल हो जाता है, वह आता कहां से है, पुलिस खुद रख कर अपनी पिठ थपथपा रही है, लेकिन पुलिस भी तो अपराधी हुई ऐसे स्थिति मे कौन पुलिस पर कार्यवाही करेगा। पुलिस कप्तान कोरिया को इस संबंध मे जानकारी देने के बाद, पता चलता है की जांच होगी जब कार्यवाही किया जाएगा। बिते दिनों मुकेश के पास चार नक कोडिन युक्त शिरफ बरामद किया गया था कोतवाली थाना से मिली जानकारी के अनुसार, लेकिन आरक्षक बताता है की चार नग शिरफ वह सागरपुर मे पकडा लेकिन मुकेश का कहना है उसके पास नहीं था, मतलब आरक्षक कोडिन युक्त शिरफ लाया और रखा है, इस पर पुलिस अधिक्षक के निजात अभियान के तहत आरक्षक पर भी एनडीपीएस की कार्यवाही होना चाहिए, फिर क्यों नहीं हुई उस पर कार्यवाही, सुत्रों की मानें तो अवैध कबाड का धन्धां जोरो पर जिले के कोयलांचल क्षेत्र मे धडल्ले से चल रहा है सांथ ही कोयलांचल क्षेत्र मे जुंआं चल रहा है, जिला मुख्यालय मे शराब की बिक्री हो रही है, इनपर पुलिस कार्यवाही करनें मे असमर्थ नजर आ रही है। जिसका कारण है की पुलिस इन्हें खुला संरक्षण दे कर रखी है। यदि इसी प्रकार बेगुनाह युवकों को पुलिस अपनी निजी दुश्मनी निकालनें के लिए पकड रही है तो फिर निजात अभियान का क्या मतलब है। यह एक मात्र दिखावा बन कर रह गया है।