शिक्षा निदेशालय के आदेश से गुरुजी नाराज: सात जून से स्कूल जाना होगा टीचर्स को, संगठन का आरोप सिर्फ परेशान करने के लिए बुलाया जा रहा है, घर से हो सकते हैं सभी काम।रामदयाल अलूदा

शिक्षा निदेशालय के आदेश से गुरुजी नाराज: सात जून से स्कूल जाना होगा टीचर्स को, संगठन का आरोप सिर्फ परेशान करने के लिए बुलाया जा रहा है, घर से हो सकते हैं सभी काम।रामदयाल अलूदा


करौली/गंगापुर सिटीं

माध्यमिक शिक्षा निदेशालय
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सात जून से टीचर्स को उपस्थित होने के आदेश पर अब गुरुजन नाराज हो रहे हैं। शिक्षक संगठन का कहना है कि सात से 19 जून तक स्कूल में जो कार्य टीचर्स को करने हैं, वो "वर्क फ्राम होम" से भी हो सकते हैं। महज सरकारी स्कूल के टीचर्स को परेशान करने के लिए इस तरह के आदेश दिए गए हैं। शिक्षक संगठन ने इस संबंध में शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा को पत्र भेजा है।

राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) के प्रदेश संगठन महामंत्री रामदयाल अलूदा ने कहा है कि गृह विभाग की 31 मई 2021 को जारी गाइडलाइन व संक्रमण के खतरे को नजरअंदाज कर टीचर्स को स्कूल जाने के लिए बाध्य किया जा रहा है।अलूदा ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक के आदेश को अव्यावहारिक बताया है। जिलाध्यक्ष अमरसिंह मीना ओर लज्जा राम गुर्जर ने कहा है कि शिक्षकों को परेशान करने के लिए स्कूल बुलाने वाला आदेश दिया गया है। 7 जून से 19 जून तक जो कार्य करने हैं वो घर से भी हो सकते हैं। प्रदेश महामंत्री संस्कृत तेजराम बालोती ,शिवचरणमीना,राधेश्याम टोडाभीम, विजेन्द्रसिंह खटाना ,अमित गोयल ,बृजेंद्र सिंह टोडाभीम, सुशील सिंघल,देवेंद्र चौधरी, प्रहलाद गुडली,नरसीलाल, रमेश दूदीपुरा, प्रकाश मीना टोडाभीम,गिर्राज गुप्ता आदि शिक्षक नेताओ ने कहा है कि परिवहन चालू नही होने तक स्थानीय व बाहरी टीचर्स में अंतर किया जा रहा है। जो शिक्षक ग्रीष्मावकाश में अपने घर है और ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ा रहे हैं, वो कैसे जा सकते हैं? ऐसे शिक्षकों को अगर छूट दी जा रही है तो फिर शहरी शिक्षकों को परेशान क्यों किया जा रहा है।

ना परिवहन का पता, ना वीकेंड कर्फ्यू का

संगठन का कहना है कि अभी न तो परिवहन शुरू होने की जानकारी है और न वीकेंड कर्फ्यू हटने की तारीख तय नहीं है। सोमवार से शुक्रवार तक स्कूल पहुंचा जा सकता है। इसमें भी ग्रामीण क्षेत्र में काम करने वाले शिक्षक तो शुक्रवार शाम को भी घर नही आ सकते.