उपमुख्यमंत्री व प्रभारी मंत्री के दौरे में दिखी सत्ता की हनक, गायब जनप्रतिनिधि हुए प्रकट

- इनसे मिलो ये है जिले के कद्दावर नेता ये है आमजनता के असली चहेते

- राजनीतिक संरक्षण में पल रहे न्यायपालिका के वारंटी दिनेश सिंह प्रशासन को दिखा रहे ठेंगा

रायबरेली- प्रदेश सरकार उपमुख्यमंत्री व प्रभारी मंत्री दिनेश शर्मा के दौरे पर जिले के जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों जो वैश्विक महामारी में जनता का साथ छोड़कर अपने आप को होम क्वॉरेंटाइन करके कोरोना पॉजिटिव का हवाला देते हुए अपने घरों में कैद रहे आज वही नेता एक ही मंच पर प्रकट होकर यह जाहिर कर दिया कि वह जनता के सच्चे हितेषी हो सकते हैं। जहां चुनाव में तमाम वादों और सुख दुख में साथ रहने की कसमें खाने वाले जनप्रतिनिधि का गायब हो जाना जनता के लिए कितना समय दुखदाई था वही आज उप मुख्यमंत्री के दौरे पर प्रकट होकर यह संदेश दिया कि अब नेता जी स्वस्थ हो गए खैर वर्तमान में तो नेताओं को अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने की आदत हो गई है। जनता से क्या मतलब वोट लिया चलते बने वही उपमुख्यमंत्री के दौरे पर एक और सत्ताधारी नेता उप उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा बगल में बैथे एम एल सी दिनेश प्रताप सिंह जिसे देखकर लगा जहां प्रदेश का उपमुख्यमंत्री जिले के पुलिस अधीक्षक जिला अधिकारी आदि तमाम आला अफसर मौजूद हो वही न्यायालय पालिका द्वारा जारी वारंट मायने नहीं रखता जारी वारंटी एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह भी बगल में बैठा देखे गए जिसे देखकर लगा कि कानून मात्र गरीबों के शोषण के लिए ही बनाया गया है अमीरों की तो आवा भगत प्रशासन खुद करने लगता है जहां यह कहना गलत ना होगा कि जब रक्षक भक्षक हो जाएं तो रक्षा कैसे होगी और सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का वही जनता पुलिस अधीक्षक से सवाल कर रही क्या कानून या वारंटी की गिरफ्तारी मात्र गरीब होने पर ही होगी वही अपनी फरियाद लेकर पीड़ित महिला उप मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची वहीं सीओ सिटी मौजूद उस महिला को दुत्कार कर भगा देना और वारंटी को अपने गले लगा लेना यह कानून की सरेआम धज्जियां उड़ाने के सिवा कुछ नहीं वही सरकारी राजनीतिक संरक्षण में पल रहे न्यायपालिका के वारंटी सरेआम घूम कर कानून को मुंह चिढ़ा रहे जहां यह कहावत चरितार्थ होगी किस सैंया भए कोतवाल डर काहे काा!