कोविड मरीज के इलाज के नाम पर मनमाने बिल के खिलाफ,भाजपा नेता संतोष पांडेय धरने पर बैठे

- वृतांत हॉस्पिटल ने आपदा को बनाया अवसर, खूब की लूट

रायबरेली- कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज जब जिला अस्पताल में नहीं हो पाता तो उन्हें लालगंज रेल कोच फैक्ट्री बने L2 अस्पताल में भेजा जाता है। जहाँ L2 अस्पताल की अव्यवस्थाओं को देखते हुए दो प्राइवेट नर्सिंग होम को भी कोविड पेशंट भर्ती करने की अनुमति मिली।जिसमें आईटीआई परिसर में खुला वृतांत हॉस्पिटल भी शामिल है।इस हॉस्पिटल के ऊपर मनमानी तरीके से पैसे वसूलने का आरोप लगा है। ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं जिसमें आपदा में अवसर तलाश करने वालों का चेहरा उजागर हुआ है।

आज इस भ्रष्ट हॉस्पिटल के खिलाफ भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष संतोष पांडेय ने आंदोलन छेड़ दिया है।आज उन्होंने अपनी टीम के साथ हॉस्पिटल के बाहर धरना दे दिया है।उनके धरने को खत्म कराने के लिए जिले के आला अधिकारी भी लगे हुए हैं जबकि संतोष पांडेय पीड़ित तीमारदारों के साथ धरने पर बैठे हैं।उनका कहना है की तीमरदारो को न्याय दिया जाए और उनसे हुई अवैध वसूली वापस की जाए।भाजपा नेता ने आरोप लगाया है कि इस तरह के अस्पताल सरकार को बदनाम करने का काम कर रहे हैं।ऐसे अस्पतालों पर शक्त से शक्त करवाई की जाए।

तीमारदारों का भी आरोप है कि ऑक्सीजन और ट्रीटमेंट के नाम पर छ: दिन का बिल लाखों में बनाया जा रहा है। वही इस अस्पताल में अपनी मां को भर्ती करने वाले नवाब अहमद का आरोप है कि उनकी माता नुसरतजहां के ट्रीटमेंट के नाम पर एक लाख सत्तातर हजार रुपए का बिल बनाया जबकि मरीज के पास गोल्डन कार्ड भी था मरीज ने जब अस्पताल को गोल्डन कार्ड से पेमेंट करने के लिए कहा तो उन्होंने इसे बेकार बता दिया।भाजपा नेता ने कहा कि अगर सरकार की छवि धूमिल करने वाले इस अस्पताल के ऊपर कार्यवाही होनी चाहिए। अब देखना यह है क्या रायबरेली प्रशासन अभी भी नींद से जागता है? इन जैसे अस्पतालों पर कार्रवाई करता है कि नहीं?