जिला कार्यालय भवन का निर्माण मध्य क्षेत्र में कराए जाएं जहां क्षेत्र की जनता को समान रूप से मिल सके इसका लाभ।

जिला कार्यालय भवन का निर्माण मध्य क्षेत्र में कराए जाएं जहां क्षेत्र की जनता को समान रूप से मिल सके इसका लाभ।

जिले के लोगों को हो आवागमन में सुविधा।

पेंड्रा । वर्तमान में नवपदस्थ कलेक्टर द्वारा जिला मुख्यालय हेतु कोदवाही ग्राम में शासकीय भूमि का चयन किया गया है। जो गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिला मुख्यालय हेतु सबसे उपयुक्त जगह है भूपेश बघेल के द्वारा जो जिले का उपहार इस आदिवासी अंचल को दिया गया है उसका सही लाभ इस आदिवासी अंचल को ग्राम कोदवाही में मुख्यालय बनने से साकार होगा। वहीं गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला तीनों विकास खंडों को मिलाकर बनाया गया है। जहां जिला कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला पंचायत कार्यालय, कंपोजिट भवन तीनों विकास खंडों के मध्य स्थित स्थान में निर्माण कराया जाना चाहिए। जिससे क्षेत्र के सभी नागरिकों को समान रूप से इसका लाभ एवं क्षेत्र का समुचित विकास हो सके। वही जबकि वर्तमान में जिला प्रशासन एकतरफा क्षेत्र गौरेला विकासखंड को विशेष महत्व दिया गया है। जिससे अन्य विकास खंडों के नागरिकों को भारी असंतोष व्याप्त है। वही पेंड्रा एवं मरवाही क्षेत्र के लोगों ने शासन प्रशासन से अपनी मांग रखी है कि जिले के सभी विभाग के भवन का निर्माण मध्य क्षेत्र ग्राम दूबटीया या फिर ग्राम कोदवाही के आसपास निर्माण कराया जाना उचित एवं न्याय संगत होगा। जहां सभी के दृष्टिकोण से क्षेत्रवासियों के लिए उचित है वहीं जिला स्तर के कार्यालय ऐसे स्थान पर बनाए जाएं जहां पर से समस्त क्षेत्रवासियों को समान रूप से इसका फायदा हो सके जहां से क्षेत्र के सभी लोगों का समान रूप से जुड़वा हो सके। साथ ही आने जाने में क्षेत्र विशेष के लोगों को इसका एक तरफा फायदा नहीं होना चाहिए। बल्कि इसका फायदा सभी लोगों के समान रूप से होना चाहिए क्योंकि जहां भी जिला स्तर के कार्यालय बनेगा। वहां पर स्वाभाविक रूप से विकास तेजी से होता है वहां पर व्यापार के साधन अधिक आसानी से संचालित होते हैं इन सभी को ध्यान में रखते हुए शासन को मध्य क्षेत्र का चयन कर जिला स्तर के भवन का निर्माण कार्य कराया जाना उचित एवं न्याय संगत होगा क्योंकि भविष्य में पसान ब्लॉक शामिल होने पर गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला में सम्मिलित होगा जिससे दूरस्थ अंचल ग्रामीण नागरिकों को भी मध्य क्षेत्र जिला कार्यालय का लाभ मिल सकेगा। जबकि उच्च अधिकारी रेलवे स्टेशन को विशेष ध्यान में रखते हुए अपने गृह निवास में आने-जाने में सुविधा मिले इसलिए अब तक गौरेला क्षेत्र का चयन करते हैं। वहीं अगर देखा जाए तो दूरस्थ अंचल क्षेत्र बस्ती बगरा ग्राम जिले से 45 से 40 किलोमीटर की दूरी होने के कारण जिला कार्यालय का लाभ यहां के ग्रामीणों को मुश्किल ही दिखाई देता है। ऐसे ही जिला कोरिया से लगे गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले की सीमा के गांव जिला मुख्यालय से 65 से 70 किलोमीटर की दूरी होने के कारण यहां के लोगों को भी जिला कार्यालय का फायदा मिल पाने में परेशानियां होती दिखाई देंगी।

लक्ष्मी नारायण वैश्य अध्यक्ष अखिल विश्व गायत्री परिवार पेन्ड्रा जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही

वही गायत्री शक्तिपीठ अखिल विश्व गायत्री परिवार पेन्ड्रा जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण वैश्य एवं सदस्यों ने अपनी मांग रखते हुए कहा है कि इस मांग पर विचार करते हुए मध्य क्षेत्र में ही जिला कार्यालय भवन का निर्माण जनहित में कराया जाना चाहिए जिससे भविष्य में अनुकूल प्रभाव नागरिकों पर पड़े। वही अन्यथा विपरीत प्रभाव पड़ने की पूर्ण संभावना हमेशा बनी रहेगी।

जिला मुख्यालय के लिए उपयुक्त जगह -

वर्तमान में नवपदस्थ कलेक्टर द्वारा जिला मुख्यालय हेतु कोदवाही ग्राम में शासकीय भूमि का चयन किया गया है। जो गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिला मुख्यालय हेतु सबसे उपयुक्त जगह है भूपेश बघेल के द्वारा जो जिले का उपहार इस आदिवासी अंचल को दिया गया है उसका सही लाभ इस आदिवासी अंचल को ग्राम कोदवाही में मुख्यालय बनने से साकार होगा और पूरे जिले की दूरी हर ग्राम से मात्र 35 से 40 किलोमीटर हो जाएगी बहुत ही सहजता से लोग अपने काम हेतु मुख्यालय पहुंच जाएंगे साथ ही दोनों नगर गौरेला एवं पेण्ड्रा का भी तीव्र गति से विकास होगा। हर दृष्टिकोण से कोदवाही उचित है क्योंकि तीनों ब्लाक के गांव को बराबर पड़ेगा पेंड्रा गौरेला तो पहले से विकसित है गांव में जिला मुख्यालय खुलेगा तो शहर गांव से जुड़े लोग रोजगार से जुड़ेंगे। हम सब को एक स्वर में कोदवाही के लिए हामी भरनी चाहिए ताकि इस जिला का सम्पूर्ण विकास हो सके। गौरेला में रेलवे स्टेशन है इसके कारण बड़ी संख्या में ऑटो रिक्शा चलने लगेंगे जमीन महंगी होगी कोदवाही पेंड्रा से 8 किलोमीटर ही दूर है इसके कारण पेंड्रा बहुत जल्द विकसित होगा। मरवाही एक बड़ा ब्लाक है जिसकी सीमा बहुत बड़ी है कोदवाही में जिला मुख्यालय खुलने से दूरी कम होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गौरेला पेंड्रा मरवाही को जिला बनाया है तो तीनों ब्लाक के लिये जिला मुख्यालय कोदवाही का चयन उचित होगा।

वीरेंद्र बघेल ग्रामीण मरवाही

वही इस विषय पर वीरेंद्र बघेल ने बताया कि गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिला मुख्यालय हेतु सबसे उपयुक्त जगह है भूपेश बघेल के द्वारा जो जिले का उपहार इस आदिवासी अंचल को दिया गया है उसका सही लाभ इस आदिवासी अंचल को ग्राम कोदवाही में मुख्यालय बनने से साकार होगा और पूरे जिले की दूरी हर ग्राम से मात्र 35 से 40 किलोमीटर हो जाएगी बहुत ही सहजता से लोग अपने काम हेतु मुख्यालय पहुंच जाएंगे साथ ही दोनों नगर गौरेला एवं पेण्ड्रा का भी तीव्र गति से विकास होगा।

शिवेंद्र तिवारी ग्रामीण बस्ती बगरा

वही इस विषय पर जब दुरुस्त अंचल क्षेत्र के ग्राम बस्ती बगरा निवासी शिवेंद्र तिवारी से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि दूर में रह रहे लोगों की सहूलियत को देखते हुए जिला कार्यालय बनाया जाना चाहिए। ताकि लोगों को सहूलियत हो सके।