कहां गए गौभक्त: गौ माता को नोच-नोच कर खा रहे हैं आवारा कुत्ते

बीसलपुर -जिस गौ माता में 33 करोड़ देवी-देवता निवास करते हैं, जिस गाय को हम माता कहते हैं, जिस गाय के गोबर व मूत्र से कैंसर जैसी भयानक बीमारियों के इलाज के लिए दवाई बनती है, उसी गाय को आवारा कुत्ते नोच-नोच कर खा रहे हैं लेकिन वहां गौभक्त नजर नहीं आ रहे। क्या हम गौ माता से सिर्फ लेना ही जानते हैं। जो गौ माता हमें सारी जिंदगी हमेशा देती है और बदले में सिर्फ भरपेट चारा मांगती है उसकी मौत के बाद हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं कि उसके शव को दफना दिया जाए। दफना न सको तो कम से कम इन आवारा कुत्तों का निवाला बनने से तो बचाओ।ऐसा ही कुछ बीसलपुर-पीलीभीत के राष्ट्रीय राजमार्ग पर देखने को मिला, जहां वाहनों की टक्कर से इस मार्ग पर मृत पड़े गौवंश को आवारा कुत्ते नोच-नोच कर खा रहे हैं लेकिन किसी भी स्थानीय व्यक्ति, गौभक्त या गौशाला के संचालक ने गौवंश के शव को वहां से उठवाना मुनासिब नहीं समझा। कारण लगातार फैलती बदबू से लोगों का सड़क से निकलना दूभर हो रहा है। इस भयंकर बदबू के कारण आसपास बनी ढाणियों में बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है। इस घटना को देखकर भी गाय पर राजनीति करने वाले मौन बैठे हुए हैं। पीलीभीत रोड पर बसपा नेत्री दिव्या गंगवार के कार्यालय के पास रह रहे निवासी जगदीप ने बताया कि यहां पर वाहनों की टक्कर, बीमारी से या अन्य किसी कारण से मरे पशुओं को कुत्तों ने नोचना शुरू कर दिया है। यहांं से पैदल व वाहन चालकों का गुजरना दूभर हो गया है।