सड़क बनी तालाब, खोजना पड़ रहा है कि आखिर सड़क कहां पर है

अमेठी : उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सरकार ने ऐलान किया था अब प्रदेश में गड्ढा युक्त सड़के नहीं रहेंगी। सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का फरमान जारी हो गया लेकिन जिम्मेदार हैं कि आंख मूंदकर बैठे हैं। आप गड्ढा युक्त सड़क से निकलने में फिसल कर गिर पड़े, हाथ पैर टूट जाए, कुछ भी हो जाए, उनकी बला से।

ऐसे ही एक 10 साल से बदहाल सड़क यूपी के वीवीआईपी जिला अमेठी के भेटुआ ब्लॉक के अतंर्गत आने वाले थौरा सेभेटुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक जाने वाली का है जहां बीच में पड़ने वाले गांव पिंडोरिया पहुंचने पर सड़क को खोजना पड़ रहा है कि आखिर सड़क गई तो गई कहां। बारिश के दिनों में कनफ्यूजन हो रहा है कि यहां तालाब है या किसी का खेत है। ऐसी स्थिति में राहगीर बुरी तरह से त्रस्त हैं।

इसी रास्ते से प्रति दिन में अस्पताल के डॉक्टर, ब्लॉक के अधिकारी कर्मचारी व बीआरसी के अधिकारी व कर्मचारी के साथ ही सैकड़ों की संख्या में राहगीर दोपहिया व चार पहिया वाहनों से आते जाते हैं जिनके ये सड़क दुश्वारियों से भरा पड़ा है। आखिर कब सुधि लेगा प्रशासन या किसी अनहोनी के इंतजार में हैं जिम्मेदार। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस सड़क को अविलंब बनवाए जाने की मांग की है।

बाइट स्थानीय ग्रामीण

अमेठी से अशोक श्रीवास्तव की रिपोर्ट