पूर्व बसपा प्रत्याशी की हार्ट अटैक से हुई मौत, इलाके में शोक की लहर

शाहगढ़-अमेठी

अमेठी जिले में गरीब गुरबों के हक की लड़ाई लड़ने वाले जमीनी सामाजिक कार्यकर्ता का वीरवार शाम को निधन हो गया। जिनकी मौत की खबर फैलते ही समर्थको का हजूम उनके घर की ओर चल पड़ा। विदित हो कि विकास खण्ड भेटुआ के नरसिंह भान पुर के भुसियावा तिराहा वासी रमा शंकर यादव पुत्र शीतला प्रसाद का वीरवार शाम लगभग 6 बजे हार्ट अटैक से निधन हो गया। उनकी मौत की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैलते ही समर्थको का उनके आवास पर तांता लगने लगा। उनके पार्थिव शरीर को पड़ोसी जिले सुल्तानपुर के विकास खण्ड कुड़वार के मंझना ग्राम ले जाया गया। जहाँ पर उनका दाह संस्कार कर दिया गया। उनके संस्कार में क्षेत्र के सैकड़ो की संख्या में समर्थक पहुँचे। रमा शंकर ने अपनी राजनैतिक जीवन की शुरुआत ग्राम प्रधान से शुरू किये। जो कि ग्रामसभा मंझना व नरसिंह भानपुर में परिजनों को जिताते रहे। मौजूदा समय मे उनके भतीजे राम बरन मंझना से ग्राम प्रधान है। उन्होंने अपने कुशल कार्यशैली जमीनी पकड़ व सम्बन्धो के चलते वर्ष 2000 में अपनी पत्नी राजपती को जिला पंचायत सदस्य की जीत दिलाकर विजयीश्री का झंडा लहराया। उसके बाद विधान सभा चुनाव में खुद बहुजन समाज पार्टी से अमेठी विधानसभा का चुनाव लड़ा। पर जीत नसीब न हो सकी। इस चुनाव में जीत का सेहरा कांग्रेस की रानी अमीता सिंह को बंधा था। इनकी क्षेत्र में समाज के सभी वर्ग में बहुत ही लोकप्रिय थे सभी से मित्रवत व मधुर सम्बन्ध रहा है। ये आजमगढ़ के पूर्व सांसद रमाकान्त यादव के करीबियों में शुमार है। सांसद जिस दल में रहे ये उनके साथ चल दिये। कुछ समय पूर्व अमेठी जिले में भाजपा के महामंत्री के पद पर भी कार्य कर चुके है। जो कि इस समय सांसद के समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाने से उनके साथ सपा में शामिल हो गये। उनकी मौत से क्षेत्र में शोक की लहर है।