गोधन न्याय योजना के तहत 5 अगस्त सें शुरू होगी गोबर खरीदी का भुगतान,जिले के 2080 पशुपालकों से अबतक 2285 क्विंटल गोबर की हुई खरीदी

अम्बिकापुर 02 अगस्त ।ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए मिल का पत्थर साबित होने वाली महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना कि शुरूआत हुए चंद दिन ही गुजरे है,लेकिन अपने उद्देश्य को हासिल करने की तरफ इसकी शुरूआती सफल दस्तक ना केवल पशुपालकों के लिए वरन बेजुबान पशुओं के सुरक्षित देखरेख व चारें कि व्यवस्था जैसी गतिविधियों की शुरुआत गांव में घुमकर सहज ही देखकर बदलाव की बयार बनकर सामने आई इस योजना के प्रति ग्रामीणों का रूझान गोबर बिक्री सें आय का जरिया बननें सें बढने लगा है।इसका नजारा हर दिन सुबह से गौठानो में गोबर बिक्री करनें वाले पशुपालको कि उमड़ती भीड़ बयां कर रही हैं।आपको बताते चलें कि हरेली पर्व के अवसर पर बीते 20 जुलाई से शुरू हुए गोधन न्याय योजना के तहत सरगुजा जिले के 85 गोठानो में अब तक 2080 पशुपालकों से 2 हजार 285.54 क्विंटल गोबर की खरीदी हुई है। गोठानो में गोबर की खरीदी गोठान प्रबंध समिति एवं स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। अम्बिकापुर जनपद के 233 पशुपालको से 519.13 क्विंटल, लखनपुर जनपद के 203 पशुपालको से 260.24 क्विंटल, उदयपुर जनपद के 436 पशुपालको से 282.06 क्विंटल, लुण्ड्रा जनपद के 337 पशुपालको से 475. 97 क्विंटल, सीतापुर जनपद के 228 पशुपालको से 257.05 क्विंटल, बतौली जनपद के 490 पशुपालको से 287.0.6 क्विंटल तथा मैनपाट जनपद के 153 पशुपालको से 204.04 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है।

गोठानो में सभी आवश्यक व्यवस्था के साथ गोबर पत्रक में दर्ज करें प्रतिदिन खरीदी कि जानकारी-राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर संजीव कुमार झा ने गोबर खरीदी हेतु गोठानो में आवश्यक व्यवस्था उपलब्ध कराने तथा गोबर पत्रक में प्रतिदिन खरीदे गए गोबर की मात्रा अनिवार्य रूप से दर्ज करने के निर्देश दिया हैं। उन्होंने सभी गोबर विक्रेताओं के बैंक खाते खोलने जिला सहकारी बैंक एवं पशुपालन विभाग के अधिकारियों को भी निर्देशित किया है।उक्त संबंध में जिला पंचायत के सीईओकुलदीप शर्मा ने बताया कि राज्य शासन के निर्देशानुसार 5 अगस्त को 15 दिन तक खरीदे गए गोबर का पहला भुगतान पशुपालकों को किया जाएगा। भुगतान सीधे पशुपालकों के बैंक खाते में ऑनलाईन माध्यम से होगा।उल्लेखनीय है कि गोवंश की सुरक्षा और संवर्धन के साथ ही अतिरिक्त आय के रूप में गोबर खरीदी करने गोधन न्याय योजना की शुरुआत की गई है। इससे पशुपालकों को गोबर की बिक्री से जहां आय प्राप्त होगी वहीं खुले में पशुओं को छोड़ने की प्रवृत्ति पर भी रोक लगेगी। राज्य शासन द्वारा परिवहन, लोडिंग एवं अनलोडिंग सहित 2 रुपये प्रति किलो की दर से गोबर खरीदने का निर्णय लिया गया है। खरीदे गए गोबर को गोठान में ही स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कम्पोष्ट खाद तैयार कर सहकारी समितियों के माध्यम से 8 रुपये प्रतिकिलो की दर से किसानों को विक्रय किया जाएगा। कंपोस्ट खाद के उपयोग से जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा।