धूप में जाती नही मैं रूप की रानी 

धूप में जाती नही मैं रूप की रानी

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली/चकिया- जहां एक तरफ केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा शहरी इलाकों में 20 घंटे बिजली देने का वादा किया है और ग्रामीण क्षेत्रों में भी सही तरीके से लोगों को बिजली देने का ऐलान किया है। और शासन के निर्देशों का पालन करते हुए कुछ जगहों पर शहरी इलाकों में सही तरीके से बिजली दी जा रही है और लोगों उसका सही तरीके से लाभ उठा रहे हैं। लेकिन कुछ विकास प्रशासन के निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रहे हैं और अधिक से अधिक विद्युत कटौती की जा रही है जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

कुछ ऐसा ही मामला चंदौली जनपद के चकिया में देखने को मिला है। जहां पर अधिक से अधिक विद्युत कटौती की जाती है। और इस समय बरसात के मौसम में अगर थोड़ी सी भी रिमझिम बारिश हो गई तो विद्युत कटौती करने के बाद एक या 2 घंटे के बाद ही बिजली आती है। और वही लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं जिस परिस्थिति में लोग बिजली से चलने वाले कूलर पंखा एसी इत्यादि का सहारा लेते हैं। लेकिन वही विद्युत कटौती से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और लोग पसीने से तरातर रहे हैं। और चकिया नगर सहित आसपास के सुदूरवर्ती गांव में भी बिजली सही तरीके से लोगों को नहीं मिल पाती है और गांव के ग्रामीण भी विद्युत व्यवस्था ध्वस्त होने के कारण बिजली की समस्या से परेशान रहते हैं। इस विद्युत समस्या को लेकर कई बार गांव के ग्रामीण सहित नगर वासी विभागीय अधिकारियों से कह चुके हैं और कई बार प्रार्थना पत्र भी दे चुके हैं लेकिन इसके बावजूद भी अधिकारियों द्वारा इस मामले पर ध्यान नहीं दिया जाता है और विद्युत व्यवस्था सही नहीं हो पाती है।

नहीं आपको बता दें कि अगर थोड़ी सी विद्युत व्यवस्था कहीं फाल्ट हो जाती है तो विद्युत विभाग के कर्मचारियों द्वारा लापरवाही किया जाता है और उसे एक या 2 घंटे के बाद ही बनाने के लिए ही कर्मचारी जाते हैं।

उक्त मामले को लेकर जब एसडीओ अनिल कुमार से जानकारी गई तो उन्होंने बताया कि उमस भरी गर्मी के कारण कर्मचारी धूप में बिजली व्यवस्था सही करने नहीं जाएंगे चाहे किसी भी हालत में कोई हो। और कहां की बरसात के तुरंत बाद ही विद्युत व्यवस्था से संबंधित बिगड़ा हुआ कार्य सही नहीं करेंगे। और धूप के बाद जब छांव होगा तभी हमारे कर्मचारी बिजली बनाने के लिए जाएंगे अन्यथा नहीं जाएंगे।

अब इसमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर धूप के चलते विद्युत विभाग के कर्मचारी बिजली बनाने नहीं जाएंगे आखिरी में केवल आराम करके महीने का तनख्वाह क्यों ले रहे हैं। या तो किसी भी हालत में यह विद्युत बनाने जाए या फिर उनका तनख्वाह बंद किया जाना चाहिए।