दबंगों से पीड़ित सेना का जवान पत्नी व मासूम बच्चे के साथ तहसील में बैठा भूख हड़ताल पर

बड़ी खबर यूपी के अमेठी से है जहां प्रशासनिक लापरवाही के चलते दर दर की ठोकरें खाने के बाद सेना का एक जवान अपनी ही जमीन पर कब्जा पाने के लिए अपनी वर्दी में पत्नी व मासूम बच्चे के साथ एसडीएम अमेठी के कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठा है।

बृजेश कुमार दुबे पुत्र ओम प्रकाश दुबे निवासी कनू केवलापुर ने बताया कि अपने बैनामा के खाते की जमीन पर छप्पर रखा है जिसका विरोध गांव के कुछ अनुसूचित जाति जनजाति के लोग करते हुए उन्हें उनके छप्पर में जाने के लिए रोकते हैं और विवाद कर उन्हें एससी एसटी के मुकदमे में फसाने की धमकी देते है। मामले को लेकर क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा भी जमीन की पैमाईश कर जमीन को फौजी की ही बताई गई है लेकिन दबंगई के आगे प्रशासन भी लाचार दिखाई पड़ रहा है और जवान अपनी ही जमीन पर कब्जा न पाकर बेदखल हो रहा है। भूख हड़ताल पर बैठे सेना के जवान की समस्या को कोई अधिकारी फिलहाल संज्ञान में नहीं ले रहा है। जवान ने बताया कि डीएम व थाना पर भी शिकायत की तो वहां का जवाब था कि सिविल कोर्ट जाइए। 3 बार एसडीएम से भी मिल चुका हूं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। मौके पर एसडीएम अमेठी अपने कार्यालय में बैठकर जवान की बात को सुनने के बाद टीम गठित कर जांच के बाद कार्यवाही किए जाने की बात की।

आपको बता दें कि लांस नायक बृजेश कुमार दुबे जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में 40 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात है। मामले को सुलझाने के लिए ही जवान छुट्टी लेकर घर आया था लेकिन चारों तरफ से थक कर सेना के जवान ने ये कदम उठाया था। सोचने वाली बात ये है कि जब देश की सुरक्षा में तैनात सेना के जवान को ही प्रशासन न्याय नहीं दे पा रहा है तो आम आदमी को कितना न्याय मिलता होगा।

बाइट लांस नायक बृजेश कुमार दुबे, सेना का जवान

बाइट योगेंद्र कुमार, एसडीएम अमेठी

अमेठी से अशोक श्रीवास्तव की रिपोर्ट