बैंक बना दलालों की दुकान,आम जनता हो रही हलाकान*

*बैंक बना दलालों की दुकान,आम जनता हो रही हलाकान* *रामनगर/चित्रकूट* मामला चित्रकूट के रामनगर इलाहाबाद ग्रामीण बैंक का है जँहा आये दिन बैंक कर्मचारियों व दलालों के चलते खातेधरको व सम्भ्रांत लोगो को नोकझोक व अभद्रता का सामना करना पड़ता है, हमेशा सुर्खियों में रहने वाले इस बैंक में स्टॉप पूरा न होने के चलते वीसी पूरे बैंक का मैनेजमेंट कार्यभार देखते हैं।बैक में कैशियर केबिन से लेकर मैनेजर केबिन तक ज्यादातर ठेकेदारों व दलालों का रहता है कब्जा जिसके चलते आम जनमानस को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।कभी कभी तो खातेधारको से नोकझोक से लेकर मार पिटाई होने तक कि नौबत आ जाती है। ऐसा ही मामला मंगलवार को प्रकाश में आया प्रधान पति अमित पाण्डेय निवासी बांधी ने आरोप लगाते हुये बताया कि वह खातेधारको को हो रही समस्याओ के बारे में जानकारी लेने बैंक गये थे जिसमें मैनेजर केबिन से लेकर कैशियर व स्टॉप काउन्टर तक दलालों की भीड़ लगी थी जिसके चलते लोगो को काफी असुविधा हो रही थी,जिसकी जानकारी पूछने पर बैक मैनेजर की जगह पर नियुक्त कर्मचारी शुशील मिश्रा ने अभद्रता करते हुये बाहर भगा दिया।जानकारी मिलने पर ब्लाक परिसर से अन्य प्रधान भी मौके पर पहुचे तभी बैक मैनेजर पद पर नियुक्त कर्मचारी ने न पहचानने की बात कह मामले को शान्त किया।वही परिसर में मौजूद अन्य खातेधारको ने बताया कि हमे आये दिन यँहा इसी तरह की समस्याओ का सामना करना पड़ता है जिसके चलते सैकड़ो खातेधारक अपना खाता बंद कर दिये अब हम लोग भी अपना खाता बंद कर अन्य बैंकों की शाखा में खुलवाएँगे। अब सबसे बड़ा सवाल बैंक मैनेजर के ट्रान्सफर होने के महीनों बाद अब तक मैनेजर नियुक्त क्यों नही हुआ यदि नियुक्त हुआ तो बिगत माहो से कार्यभार क्यों नही सम्भाल रहा। आखिर कब तक लोग दलालों व कर्मचारियों की मनमानी व संवेदनहीनता का शिकार होते रहेंगे। राधा बिहारी पाठक कर्वी चित्रकूट