फिरोजपुर। सड़क परिवहन के मुकाबले कम लागत में सुरक्षित, किफायती एवं समयबद्ध रेल परिवहन से बढ़ा व्यापारियों का विश्वास – डोर-टू-डोर सेवा से बढ़ी सुविधा।

फिरोजपुर। मंडल रेल प्रबंधक संजीव कुमार के मार्गदर्शन में फिरोजपुर मंडल की बिज़नस डेवलपमेंट यूनिट की टीम द्वारा निरंतर चावल व्यापारियों के साथ बैठकों का आयोजन किया गया,जिनमें व्यापारियों ने अपने कारखानों से सीधे गंतव्य स्टेशन तक डोर-टू-डोर सेवा की आवश्यकता व्यक्त की। रेलवे ने कॉनकॉर तथा लॉजिस्टिक सेवा प्रदाता कंपनियों के साथ संयुक्त प्रयासों से चावल व्यापारियों का भरोसा जीता। अब, अमृतसर-तरण तारन के चावल उत्पादक क्षेत्रों से चावल उत्पादकों का माल सुरक्षित, किफायती, समयबद्ध एवं डोर-टू-डोर सुविधा के साथ रेल मार्ग से परिवहन किया जा रहा है। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक फ्रेट मनु गर्ग की सक्रीयता से अमृतसर-तरण तारन के चावल उत्पादक क्षेत्रों से चार वर्षों के अंतराल के बाद पुनः सड़क मार्ग की अपेक्षाकृत रेल मार्ग की ओर सफल वापसी फिरोजपुर मंडल के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।इन बैठकों में राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अशोक सेठी सहित मेसर्स एएमडीडी फूड्स, सप्पल टेक, लाल किला, दावत आदि प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस पहल के अंतर्गत मेसर्स एएमडीडी फूड्स ने 02 कंटेनरों की मांग की थी, जिनकी लोडिंग एएमडीडी फूड्स के तरण तारन में पूरी कर ली गई है तथा उन्हें प्रारंभिक रूप से अहमदगढ़ स्टेशन से भेजा गया है। इसके बाद, ये कंटेनर रेलमार्ग द्वारा चेन्नई भेजे जाएंगे। इसके अतिरिक्त, मेसर्स एएमडीडी फूड्स की ओर से 08 और कंटेनरों की मांग भी प्राप्त हुई है।व्यापारियों ने बताया कि सड़क मार्ग से माल भेजने में न केवल समय अधिक लगता है, बल्कि परिवहन लागत, जोखिम तथा ट्रकों की उपलब्धता को लेकर भी अनिश्चितता रहती है। इसके विपरीत, रेलमार्ग से होने वाला परिवहन अधिक विश्वसनीय, किफायती और समय-बद्ध साबित हो रहा है। रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई गई डोर-टू-डोर सेवा से चावल उत्पादक क्षेत्र के कारोबारी अत्यधिक लाभान्वित हो रहे हैं। सड़क मार्ग की तुलना में काफी बचत हो रही है। साथ ही, रेलवे द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा और निगरानी प्रणाली के कारण माल पूर्ण सुरक्षित स्थिति में गंतव्य तक पहुँच रहा है।फिरोज़पुर मंडल के इन प्रयासों ने न केवल रेल राजस्व में वृद्धि की है, बल्कि व्यापारियों का रेलवे के प्रति भरोसा भी जीता है। इन बैठकों के फलस्वरूप, निकट भविष्य में लुधियाना सहित अन्य क्षेत्रों से भी मांग आने की संभावना है। यह उपलब्धि न केवल रेल यातायात में बढ़ोतरी का संकेत है, बल्कि रेलवे के लिए व्यवसायिक विकास का सकारात्मक संदेश भी देती है।