दो दिवसीय संरक्षा ऑडिट के दूसरे दिन संरक्षा ऑडिट टीम द्वारा प्रयागराज जंक्शन का निरीक्षण

प्रयागराज मंडल की संरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी तथा मजबूत बनाने के उद्देश्य से संचालित दो दिवसीय संरक्षा ऑडिट के दूसरे दिन मंगलवार को अंतर-रेलवे संरक्षा ऑडिट टीम ने प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी उत्तर पश्चिम रेलवे एस. आर. मीना के नेतृत्व में प्रयागराज जंक्शन स्थित संयुक्त लोको पायलट एवं गार्ड लॉबी का विस्तृत निरीक्षण किया। टीम में उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी, मुख्य रोलिंग स्टॉक इंजीनियर, मुख्य सिग्नल इंजीनियर, मुख्य इंजीनियर (टीपी), मुख्य विद्युत सर्विस इंजीनियर तथा मुख्य परिचालन प्रबंधक (सामान्य) शामिल थे।

निरीक्षण के दौरान उपलब्ध संरक्षा मानकों, उपकरणों की कार्यशीलता तथा अभिलेखों की गहन जाँच की गई। इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक/परिचालन,मुबश्शिर वारिस, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी यू. सी. शुक्ला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी उत्तर पश्चिम रेलवे ने टीम के साथ एआरटी एआरएमई, लॉबी, रनिंग रूम तथा प्रयागराज डिपो का विस्तृत संरक्षा ऑडिट किया। निरीक्षण के दौरान आपातकालीन उपकरणों की उपलब्धता, स्टाफ की तत्परता, परिचालन प्रक्रियाओं के अनुपालन और संरक्षा प्रबंधन से संबंधित विभिन्न व्यवस्थाओं का सूक्ष्म मूल्यांकन किया गया। रनिंग रूम में स्वच्छता, सुविधाओं की गुणवत्ता और क्रू की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रबंधों की भी विस्तार से समीक्षा की गई।

इसके उपरांत मंडल कार्यालय,प्रयागराज मंडल के संकल्प सभागार में मंडल रेल प्रबंधक, प्रयागराज मंडल रजनीश अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार के संरक्षा ऑडिट संरक्षित रेल परिचालन के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने बताया कि अन्य क्षेत्रीय रेलों से आए विशेषज्ञ अधिकारियों द्वारा दिए गए सुझावों से मंडल की कार्यप्रणाली और बेहतर होगी। सभी सुझावों का समयबद्ध अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।

प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी उत्तर पश्चिम रेलवे एस. आर. मीना ने निरीक्षण के दौरान कार्यों में और सुधार के लिए महत्वपूर्ण सुझाव प्रदान किए तथा संयुक्त लॉबी और रनिंग रूम में उपलब्ध सुविधाओं की सराहना करते हुए कहा कि बेहतर कार्य परिवेश से रेल कर्मियों का मनोबल बढ़ता है और वे अधिक प्रभावी ढंग से अपने दायित्वों का निर्वहन कर पाते हैं। अन्य अधिकारियों ने भी अपने-अपने सुझाव साझा किए।

संरक्षा ऑडिट टीम ने खंड में संचालित ट्रेनों की सुरक्षित एवं निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने हेतु अनेक महत्वपूर्ण निर्देश दिए। साथ ही टीम ने कर्मचारियों के उत्कृष्ट कार्य प्रबंधन की सराहना करते हुए संरक्षा प्रक्रियाओं को और अधिक सुदृढ़ करने संबंधी सुझाव भी प्रदान किए।

प्रयागराज मंडल निरंतर रूप से संरक्षा मानकों के उच्चतम स्तर को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और ऐसे नियमित निरीक्षण इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।