प्रयागराज मण्डल में मनाया गया 76वां संविधान दिवस

प्रयागराज मण्डल में मनाया गया 76वां संविधान दिवस

प्रयागराज मण्डल कार्यालय परिसर में मण्डल रेल प्रबंधक प्रयागराज रजनीश अग्रवाल के नेतृत्व में संविधान दिवस की 76वीं वर्षगाँठ को मनाया गया । इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक इन्फ्रा,नवीन प्रकाश; अपर मंडल रेल प्रबंधक परिचालन,मुबश्शिर वारिस; अपर मंडल रेल प्रबंधक सामान्य, दीपक कुमार; वरिष्ठ मण्डल कार्मिक अधिकारी,वैभव गुप्ता एवं बड़ी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे ।इस अवसर पर प्रयागराज मण्डल में संविधान दिवस प्रस्तावना-पाठ समारोह का आयोजन किया गया I मण्डल रेल प्रबंधक प्रयागराज रजनीश अग्रवाल द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भारत के संविधान की उद्देशिका का पाठ कराया गया I

हमारा संविधान 26 नवंबर 1949 को भारत की संविधान सभा द्वारा अंगीकार किया गया था और 26 जनवरी, 1950 से प्रभावी होने के साथ भारत का संविधान हमारे राष्ट्र का सर्वोच्च कानून बन गया था । यह दस्तावेज़ हमारी मूलभूत राजनीतिक व्यवस्था, संरचना, प्रक्रियाओं, शक्तियों और सरकारी संस्थानों के कर्तव्यों का सीमांकन करता है और साथ ही मौलिक अधिकारों, नीति निर्देशक सिद्धांतों और नागरिकों के कर्तव्यों को निर्धारित करता है। यह दुनिया में किसी भी देश का सबसे बड़ा लिखित संविधान है और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की रीढ़ है। डॉ. भीमराव आंबेडकर को भारत का संविधान बनाने में अहम भूमिका निभाने का श्रेय दिया जाता है।संविधान की उद्देशिका: हम, भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न, समाजवादी, पंथ-निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को: सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए, तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर, 1949 ई. (मिति मार्गशीर्ष शुक्ला सप्तमी, संवत् दो हज़ार छह विक्रमी) को एत द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।