इगलास के गांव सतलोनी में 20 नवंबर को होगा जैविक क्रांति सम्मेलन

इगलास। बदलते कृषि परिदृश्य में जैविक खेती को नई दिशा देने और किसानों को टिकाऊ खेती के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से आर्गेनिक गोल्ड इंडिया द्वारा विशाल जैविक फसल क्रांति सम्मेलन 2025 का आयोजन 20 नवंबर को सुबह 10 बजे से गांव सतलोनी कलां में किया जा रहा है। आयोजन समिति के अनुसार इस सम्मेलन में करीब 10 हजार कृषक शामिल होंगे। जिसमें देशभर से प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक, विशेषज्ञ और किसान नेता अपने विचार साझा करेंगे। सम्मेलन का मुख्य विषय ?मिट्टी की बात ? जैविक खेती के साथ? होगा। कार्यक्रम में जैविक खेती के लाभ, वर्मी कंपोस्ट निर्माण, पौधों के पोषण, भूमि की उर्वरता में वृद्धि तथा पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर गहन चर्चा होगी। विशेषज्ञ किसानों को आधुनिक जैविक तकनीकों, लागत घटाने के उपायों और उत्पादन बढ़ाने के व्यावहारिक तरीकों की जानकारी देंगे।

कस्बा के एक रेस्टोरेंट में आयोजित प्रेसवार्ता में आर्गेनिक गोल्ड इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं कार्यकारी निदेशक डा. महेश चंद्र तिवारी ने बताया कि इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाकियू (टिकैत गुट) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, विशिष्ट अतिथि भाकियू (चढूनी गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह चढूनी और पद्मश्री सम्मानित प्रख्यात कृषि विशेषज्ञ भारत भूषण त्यागी होंगे। इनके साथ देश के अन्य नामचीन कृषि विशेषज्ञ भी किसानों को संबोधित करेंगे और जैविक खेती को जन आंदोलन का रूप देने की दिशा में विचार साझा करेंगे। डा. तिवारी ने कहा हमारा लक्ष्य है कि अधिक से अधिक किसान जैविक कृषि पद्धति अपनाएं, ताकि मिट्टी, मानव और पर्यावरण तीनों का स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके। रासायनिक खेती ने जहां उत्पादन बढ़ाया है, वहीं मिट्टी की गुणवत्ता और मानव स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर भी डाला है। अब समय है प्रकृति से जुड़ने और जैविक खेती को जीवनशैली का हिस्सा बनाने का। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता सत्यवीर सिंह सत्तो चौधरी ने कहा कि आज का किसान पहले से अधिक जागरूक है और अब वह जैविक खेती की ओर लौट रहा है। उन्होंने कहा जब खेती प्राकृतिक होगी तो अनेक रोग और समस्याएं अपने आप समाप्त हो जाएंगी। यह सम्मेलन किसानों में नई सोच और आत्मनिर्भर कृषि की भावना को मजबूत करेगा।