हरनाई में सप्तदिवसीय श्रीरामकथा का शुभारंभ, कथाव्यास योगेश दीक्षित महाराज ने प्रथम दिवस सुनाई श्रद्धा-विश्वास की कथा

शाहजहांपुर। खुटार क्षेत्र के गांव हरनाई मे भुईहांर बाबा के पावन स्थल पर बुधवार से सप्त दिवसीय श्रीरामकथा का शुभारंभ हुआ। कथा का आयोजन श्रीरामकथा समिति द्वारा किया जा रहा है। कथा वाचन का कार्य तिलहर, शाहजहांपुर से पधारे कथावाचक योगेश दीक्षित जी महाराज कर रहे हैं।प्रथम दिवस की कथा में उन्होंने श्रद्धालुओं को भक्ति,विश्वास और ज्ञान के महत्व से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि विश्वास के स्वरूप भगवान शिव और श्रद्धा की स्वरूपा माता पार्वती के मिलन से ही भक्ति रूपी श्रीरामकथा का आरंभ होता है। यह मिलन कैलाश पर्वत पर होता है, जो ज्ञान का प्रतीक है, वहीं पर्वत पर स्थित वटवृक्ष विश्वास का प्रतीक मना गया है। माता पार्वती ने जब संसार के कल्याण हेतु भगवान शिव से रामकथा सुनाने का आग्रह किया,तब भगवान शिव जी ने उन्हें श्रीरामकथा के स्वरूपों का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि परमात्मा का अवतार प्रत्येक कल्प में होता है और गोस्वामी तुलसीदास जी ने श्रीरामचरितमानस में चारों कल्पों की कथा का सुंदर समन्वय किया है।कथाव्यास ने कहा कि कथा ही वह माध्यम है जो मनुष्य को ईश्वर से जोड़ती है। कथा न केवल भक्ति का मार्ग दिखाती है, बल्कि समाज को संगठित रहने की प्रेरणा भी देती है।कथा पंडाल मे अश्वनी तिवारी, बलराम सिंह, लखपत सिंह यादव, राकेश तिवारी, उदित प्रताप, आकर्ष तिवारी, सुखराम यादव, अनिल सिंह सहित तमाम श्रोता भक्त मौजूद रहे जिन्होंने भक्ति भाव से कथा का श्रवण किया।