वंदेभारत एक्सप्रेस के रियासी रेलवे स्टेशन पर रुकने से लोगों में खुशी की लहर फैल गई.

वंदे भारत एक्सप्रेस पहली बार रियासी रेलवे स्टेशन पर रुकी, लोगों में खुशी की लहर

वंदेभारत एक्सप्रेस के रियासी रेलवे स्टेशन पर रुकने से लोगों में खुशी की लहर फैल गई.

जम्मू : वंदेभारत एक्सप्रेस पहली बार रियासी रेलवे स्टेशन पर रुकी. इससे स्थानीय लोगों में खुशी की लहर फैल गई. ट्रेन संख्या 26401-26402 श्रीनगर-कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस के रियासी में रुकने के साथ ही एक नया अध्याय जुड़ गया.

बता दें कि अभी तक वंदे भारत ट्रेन का कटरा और श्रीनगर के अलावा बनिहाल में केवल एक स्टॉप था, लेकिन अब बुधवार से यह ट्रेन रियासी में भी दो मिनट के लिए रुकेगी.

इसको लेकर उत्तर रेलवे के जम्मू डिवीजन ने रियासी रेलवे स्टेशन पर एक समारोह आयोजित किया. इस अवसर पर विधान सभा सदस्य कुलदीप राज दुबे, वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक (सीनियर डीसीएम) उचित सिंघल और अन्य ने ट्रेन का स्वागत किया और इसे आगे की यात्रा के लिए हरी झंडी भी दिखाई.

इस बारे में जानकारी देते हुए उचित सिंघल ने कहा कि रियासी जिले के लोगों के लिए एक अहम उपलब्धि यह है कि श्रीनगर-कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस बुधवार को पहली बार रियासी रेलवे स्टेशन पर रुकी, जिससे घाटी में रेल संपर्क में एक नया अध्याय जुड़ गया.

यह ट्रेन कटरा रेलवे स्टेशन से सुबह 8:10 बजे रवाना होगी और रियासी रेलवे स्टेशन पर सुबह 8:28 बजे पहुंचेगी. इसके बाद यह ट्रेन श्रीनगर की ओर अपनी यात्रा जारी रखेगी. इसी तरह, ट्रेन संख्या 26402 शाम 16:34 बजे रियासी रेलवे स्टेशन पर वापस आएगी.

इससे पहले वंदे भारत एक्सप्रेस का कटरा और श्रीनगर के बीच केवल बनिहाल पर स्टॉपेज था. सिंघल ने कहा, "रियासी में स्टॉप की शुरुआत लगातार सार्वजनिक मांग का प्रत्यक्ष परिणाम है और इसका उद्देश्य रियासी और आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों के लिए यात्रा सुविधा को बढ़ाना है."

कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जून, 2025 को किया था. भारतीय रेलवे के इतिहास में यह एक मील का पत्थर साबित हुई. यह दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल - चिनाब ब्रिज के माध्यम से कश्मीर घाटी को जम्मू क्षेत्र से जोड़ने वाली पहली रेल सेवा बन गई है.

रियासी के लोग और चिनाब रेलवे पुल तथा रियासी शहर के आसपास के अन्य क्षेत्रों में आने वाले पर्यटक इस सेवा का लाभ उठा सकेंगे तथा श्रीनगर तक उनकी यात्रा और भी आसान हो जाएगी.