श्रीगंगानगर क्षेत्र के 42 जीजी में फर्जी पुलिसकर्मी बनकर की गई लूट का पर्दाफाश, अन्तर्राज्यीय गैंग के 3 आरोपी गिरफ्तार

श्रीगंगानगर, जिले के केसरीसिंहपुर थाना क्षेत्र के गांव 42 जीजी में फर्जी पुलिसकर्मी बनकर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को बापर्दा गिरफ्तार किया है।

जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 18 अक्टूबर की रात परिवादी गुरचरण सिंह जो पूर्व मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी के दामाद हैं, के घर पर अज्ञात बदमाशों ने पुलिस की वर्दी पहनकर हमला किया था। बदमाश स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर आए थे और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए घर में घुस गए।

आरोपियों ने खाकी वर्दी और पगड़ी पहनकर परिवार के साथ मारपीट की, घर में तोड़फोड़ की, वाई-फाई और सीसीटीवी कनेक्शन तोड़ दिए, तथा मोबाइल फोन लूटकर फरार हो गए।

घटना के बाद एसपी डॉ. दुहन ने मौके का निरीक्षण कर एएसपी रायसिंहनगर भंवरलाल लाल के नेतृत्व में पांच विशेष टीमों का गठन किया। पुलिस टीमों ने राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में फैले 300 किलोमीटर क्षेत्र के करीब 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और तकनीकी साक्ष्य जुटाए।

अथक प्रयासों के बाद पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि गिरोह का सरगना संगठित अपराधी है, जिसके खिलाफ राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में लूट, डकैती, हत्या और हिरासत से फरार होने जैसे करीब 40 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। यह गैंग किराए की गाड़ियों का इस्तेमाल कर विभिन्न राज्यों में सक्रिय रहता है।

अनुसंधान में यह भी खुलासा हुआ कि परिवादी के ही गांव के एक व्यक्ति ने पंजाब के जगरांव में अपने परिचित और उसके पिता, जो इस गैंग का मुख्य आरोपी है, के साथ मिलकर गुरचरण सिंह के घर डकैती की साजिश रची थी। गांव के आरोपी ने घर और रास्तों की रैकी कर मुख्य आरोपी, उसके भाई और पुत्र को पूरी जानकारी दी, जिसके बाद इस वारदात को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया।

पुलिस ने बताया कि घटना में संलिप्त बॉबी (गांव 42 जीजी) के साथ-साथ सोनू (चंडीगढ़), संजीव (दिल्ली) और को नामजद आरोपी बनाया गया है। इनमें से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीन आरोपी अभी फरार हैं।

फिलहाल पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है तथा गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर स्कॉर्पियो वाहन और लूटे गए सामान की बरामदगी की जा रही है।