गरबा में छतीसगढी सुआ नृत्य के माध्यम से छतीसगढ की माटी की खुशबू बिखेरी।

कुरूद- स्वामी विवेकानंद इनडोर स्टेडियम के सभागार में नवरात्रि के तृतीय दिवस भारी बारिश और प्रतिकूल मौसम होने के बावजूद प्रतिभागियो ने हरे रंग के परिधान और छतीसगढी थीम से युक्त पारंपरिक परिधान से सज-धज कर मातारानी के दरबार में गरबा लोकनृत्य की अदभूत छटा बिखेरी और इसी तारतम्य में हरित परिधान में छतीसगढी सुआ नृत्य के माध्यम से छतीसगढ की माटी की खुशबू बिखेरी। प्रतिभागी धात्री कुर्रे, अमन शर्मा ने अपने अनुभवो को साझा करते हुए बताया कि गरबा नृत्य मां जगदंबे की उपासना के साथ ही समाज के सभी वर्गो को लोगो को एक सूूत्र में बांधकर आपसी भाईचारे और सौहार्द्र की भावना भी बढाती है। नवरात्रि के चतृर्थ दिवस ओल्ड हीरो-हीराईन की थीम और गेटअप में प्रतिभागियों ने भावपूर्ण गरबा नृत्य कर माता के कुष्मांडा रूप की स्तृति की। गरबा लोकनृत्य में गोल घेरे में नवरात्रि के पांचवे दिन झमाझम बारिश होने के बावजूद प्रतिभागियों ने मराठी वेशभूषा और नीले रंग के परिधान से सज-धज कर मां आदिशक्ति की आराधना में भावपूर्ण गरबा नृत्य कर गंगा -जमुना तहजीब की मिसाल पेश की। गरबा महोत्सव समिति से पुष्पा तिवारी, कशिश जेठानी, प्रतिमा पिल्लै, वीणा खत्री, भारती सुंदरानी, संगीता श्रीवास्तव, सरिता देवांगन, रेखा तिवारी, करूणा देवांगन, पूर्वी सुखरामणी, सुमन बजाज, सरोजनी नाग, प्रसन्न नायडू, सूरज देवांगन, मोहन सुखरामणी, दुर्गेश द्विवेदी, मनीष देवांगन, राहुल वरदियानी सहित नगरवासी उपस्थित रहे।