मानस भवन में सास-बहू सम्मेलन : रोचक किस्सों संग महिला स्वास्थ्य पर जोर ,कुपोषण को भगाने में सबकी भागीदारी जरूरी-कलेक्टर

बैकुंठपुर।जिले में शुक्रवार को एक अनोखा और रोचक आयोजन हुआ, जिसमें महिलाओं के स्वास्थ्य और परिवारिक एकता पर गहन चर्चा हुई। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बैकुण्ठपुर के मानस भवन में 'स्वस्थ नारी सशक्त परिवार' अभियान के तहत जिलास्तरीय सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया।

महिलाओं की भीड़ और उत्साह

कार्यक्रम में सुबह से ही महिलाओं का उत्साह देखने लायक था। साड़ियों में सजी-धजी महिलाएं अपनी बहुओं और सासों के साथ पहुंचीं। मंच में महिलाओं की हंसी-ठिठोली और आत्मीय किस्सों से वातावरण जीवंत हो उठा। स्वास्थ्य शिविर में बड़ी संख्या में महिलाओं ने निःशुल्क स्वास्थ्य जांच कराई और चिकित्सकों से परामर्श लिया।

सास-बहुओं के रोचक किस्से

सम्मेलन का सबसे आकर्षक पहलू रहा सास-बहुओं का अनुभव साझा करना।एक बहू ने कहा ?मेरी सास ने हमेशा मां जैसा स्नेह दिया, कभी भेदभाव महसूस नहीं होने दिया। वहीं एक सास ने मुस्कुराते हुए कहा मेरी बहू मुझे कभी परायी नहीं लगी, वह मेरी बेटी की तरह ही सबका ध्यान रखती है।इन किस्सों पर सभागार तालियों से गूंज उठा और पारिवारिक रिश्तों की मधुरता का सुंदर चित्र उभर कर सामने आया।

कलेक्टर चन्दन त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और समाज की नींव है। यदि हमें समृद्ध कोरिया बनाना है तो महिलाओं का स्वस्थ, शिक्षित और सुरक्षित होना जरूरी है। उन्होंने सभी परिवारों से पौष्टिक भोजन को अपनाने की सलाह दी और कुपोषण व बाल विवाह की कुरीतियों को मिलकर खत्म करने का आह्वान किया।

विशेषज्ञों ने रखी बात

कोलकाता से आईं डॉ. मंदिरा मित्रा ने कहा कि महिलाओं की क्षमता किसी भी परिस्थिति में पुरुषों से कम नहीं है। उन्होंने भेदभाव को घर से ही मिटाने पर जोर दिया।

जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि यह सम्मेलन केवल स्वास्थ्य जागरूकता ही नहीं बल्कि एक-दूसरे की देखभाल का संकल्प भी है। उन्होंने महिलाओं से आर्थिक सशक्तिकरण के लिए स्व-सहायता समूहों से जुड़ने की अपील की।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने मातृ-शिशु स्वास्थ्य, गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच और एमसीपी कार्ड की उपयोगिता पर विस्तार से जानकारी दी। योजनाओं की जानकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी श्री एन.एस. रावटे ने बताया कि 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चल रहा यह अभियान जिले भर में महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।

जिले को कुपोषण एवं टीबी मुक्त बनाने की शपथ दिलाई गई एवं प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं, विद्यालय की छात्राओं एवं सास बहुओं के द्वारा विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं एवं नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। सास बहु सम्मेलन कार्यक्रम के याद के तौर पर सभी मुख्य अतिथियों को मोमेंटो प्रदान किया गया। छात्राओं ने शानदार व प्रेरणा दायी रंगोली बनाकर अतिथियों का दिल जीत लिया गया।

जिला मुख्य न्यायाधीश,

महिला सेल की अधीक्षिका, जिला पंचायत अध्यक्ष मोहित पैकरा, उपाध्यक्ष वंदना राजवाड़े, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रतीक्षा अग्रवाल जनप्रतिनिधि, पुलिस अधिकारी, विभागीय अधिकारी- कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।