Chandauli News:चकिया नगर के  दुर्गा पूजा पंडालों में दिखेगा मंदिरों का अद्भुत वैभव,दक्षिणेश्वर से मुंडेश्वरी तक थीम आधारित सजावट

कहीं भूतिया महल तो कहीं चामुंडेश्वरी मंदिर की झलक

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया। नवरात्रि की गूंज और दुर्गा उत्सव की रंगत ने नगर का माहौल पूरी तरह बदला दिया है। सड़कों से लेकर गलियों तक चहल-पहल है और पूजा समितियां पंडाल सजावट तथा मूर्ति निर्माण में दिन-रात जुटी हैं। इस बार पंडालों की थीम ऐसी होगी कि श्रद्धालुओं को भारतीय मंदिरों का अद्भुत वैभव देखने को मिलेगा।

वार्ड नंबर 6 स्थित महाराज का किला परिसर में श्री श्री दुर्गा पूजा समिति तमिलनाडु के प्रसिद्ध चामुंडेश्वरी मंदिर की तर्ज पर विशाल पंडाल बना रही है। समिति के अध्यक्ष सुनील मद्धेशिया और कोषाध्यक्ष विपिन चौरसिया पंडाल निर्माण की प्रतिदिन निगरानी कर रहे हैं।वार्ड नंबर 3 शमशेर नगर में श्री श्री दुर्गा पूजा समिति सहदुल्लापुर ने दक्षिण भारत के शिव मंदिर को थीम बनाया है। यहां श्रद्धालु मंदिर जैसी अनुभूति करेंगे। अध्यक्ष दीपक चौहान और सचिव अभिषेक यादव पंडाल निर्माण का नेतृत्व कर रहे हैं।

मोहम्मदाबाद गांव की श्री श्री बाल ज्योति दुर्गा पूजा समिति ने इस बार भूतिया महल थीम को चुना है। इसका डिजाइन बच्चों और युवाओं को खासा आकर्षित करेगा।विभूति नगर का पंडाल कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर की प्रतिकृति होगा। यहां विशेष लाइटिंग और बाहर से बुलाए गए कलाकारों द्वारा की जा रही सजावट श्रद्धालुओं का मन मोह लेगी।नगर के शास्त्री नगर चौक पर नगर चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव की देखरेख में बिहार के प्राचीन मुंडेश्वरी मंदिर की शैली पर पंडाल बन रहा है। वहीं लोहटिया मार्केट और पूर्वी बाजार में भी पंडाल निर्माण कार्य तेजी से जारी है।

पूजा समितियों की ओर से इस बार भव्य लाइटिंग और साउंड सिस्टम की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं को दर्शन, पूजन और प्रसाद वितरण में किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए सभी पंडालों में वॉलिंटियर्स की तैनाती की जा रही है।कारीगर मूर्तियों के निर्माण में पूरी मेहनत और लगन से जुटे हैं। इस बार की प्रतिमाओं में पारंपरिक शिल्पकला के साथ आधुनिकता का संगम देखने को मिलेगा।सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। प्रमुख पंडालों पर पुलिस बल की तैनाती होगी और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी।नगर के बच्चों और युवाओं में पंडालों की भव्यता को देखने का उत्साह चरम पर है। महिलाएं पूजा आयोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारियों में व्यस्त हैं। सप्तमी से नवमी तक गीत-संगीत और नृत्य-नाट्य के कार्यक्रम होंगे।बाजारों में भी नवरात्र की रौनक बढ़ गई है। कपड़े, खिलौने, सजावटी सामान और मिठाइयों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ जुट रही है।पूजा समितियों के अनुसार सप्तमी को पंडालों का उद्घाटन होगा। अष्टमी और नवमी को विशेष अनुष्ठान और भंडारे आयोजित होंगे। विजयादशमी के दिन शोभायात्रा के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।इस बार दुर्गा पूजा उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि नगर के सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन में नई ऊर्जा का संचार करेगा।