ऑपरेशन गरिमा पखवाड़ा के अंतर्गत जागरूकता सेमिनार आयोजित

श्रीगंगानगर के नजदीक गांव 2ML स्थित एक निजी कॉलेज में लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के पावन अवसर पर ऑपरेशन गरिमा पखवाड़ा के तहत महिलाओं की सुरक्षा और जागरूकता को लेकर एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को न केवल उनके अधिकारों और सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करना है बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की भावना से भी लैस करना है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता सुखदेव सिंह द्वारा किया गईं। इस अवसर पर कॉलेज की प्राचार्या डॉ. सरला सिंगला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही। साथ ही लेक्चरर रोशनी देवी, लेक्चरर किरण मिश्रा, पिंकी गुप्ता, रवीना एवं सीता राम ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराकर कार्यक्रम को और प्रभावशाली बनाया।

यह कार्यक्रम विशेष रूप से जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन के निर्देशन में आयोजित किया गया जिनकी दूरदर्शिता और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति समर्पण इस पहल के पीछे की मुख्य प्रेरणा है। कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (SIUCAW) रामेश्वर लाल कड़ेला एवं महिला थाना प्रभारी एंव निरीक्षक सुमन जयपाल के सुपरविजन में हुआ जिन्होंने सुनिश्चित किया कि छात्राओं को सुरक्षा के हर पहलू की विस्तृत जानकारी मिल सके। कार्यक्रम में विशेष रूप से कालिका पेट्रोलिंग यूनिट 1 और 2 की टीमों को शामिल किया गया जो महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए नियमित रूप से पेट्रोलिंग करती हैं। इसके साथ ही एंटी रोमियो स्क्वायड की गतिविधियों और उनके कार्यक्षेत्र के बारे में भी छात्राओं को जानकारी दी गई ताकि वे यह समझ सकें कि किस तरह से यह टीमें उनके सुरक्षा कवच का हिस्सा है।
सेमिनार में ऑपरेशन गरिमा पखवाड़ा के महत्व और उद्देश्य पर विशेष प्रकाश डाला गया। वक्ताओं ने कहा कि यह पहल केवल पुलिस का अभियान नहीं है बल्कि यह समाज में महिलाओं और बालिकाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें सुरक्षित माहौल प्रदान करने का संकल्प है।
विशेष रूप से राजकोप सिटीजन ऐप और 1090 महिला हेल्पलाइन की उपयोगिता पर जोर दिया गया। छात्राओं को बताया गया कि यह ऐप उनके लिए ऐसा है मानो उनकी जेब में ही एक पुलिस चौकी हो। 1090 हेल्पलाइन के ऑपरेटर विक्की बशीर ने भी छात्राओं को हेल्पलाइन के सही इस्तेमाल, आपातकालीन कॉल रिस्पांस और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस ऐप और हेल्पलाइन के माध्यम से छात्राएं:...
112 आपातकालीन नंबर पर तुरंत मदद ले सकती है,
1090 महिला हेल्पलाइन से सीधे जुड़ सकती है,
181 काउंसलिंग नंबर के जरिए मानसिक और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी सहायता प्राप्त कर सकती है,
रोडवेज बसों में यात्रा के दौरान पैनिक बटन का प्रयोग कर सकती है,
और साइबर सुरक्षा के लिए किसी भी अनजान कॉल या लिंक और OTP साझा न करने की जानकारी प्राप्त कर सकती है।
वक्ताओं ने छात्राओं को यह भी समझाया कि सुरक्षा केवल बाहरी माध्यमों पर निर्भर नहीं करती बल्कि स्वयं की सतर्कता, जागरूकता और सही निर्णय लेने की क्षमता ही सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने कहा कि यदि छात्राएं तकनीक का सही इस्तेमाल करें और हेल्पलाइन नंबरों और ऐप का सही समय पर उपयोग करें तो उनका जीवन अधिक सुरक्षित और आत्मनिर्भर बन सकता है।
कार्यक्रम में छात्राओं ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई और सुरक्षा, साइबर जागरूकता, यात्रा के दौरान सुरक्षा उपाय, कालिका पेट्रोलिंग यूनिट की गतिविधियाँ, एंटी रोमियो स्क्वायड का योगदान, और हेल्पलाइन नंबरों के प्रयोग जैसे विषयों पर सवाल पूछकर अपने ज्ञान को और विस्तारित किया। यह सेमिनार न केवल जानकारी देने का अवसर था बल्कि छात्राओं में आत्मविश्वास और जिम्मेदारी की भावना भी जागृत करने वाला कार्यक्रम साबित हुआ।
समापन अवसर पर वक्ताओं ने सभी छात्राओं को यह संदेश दिया कि ?सशक्त महिला ही सुरक्षित समाज और प्रगतिशील राष्ट्र की नींव होती है। यदि महिला सुरक्षित है तो परिवार सुरक्षित है, समाज सुरक्षित है और राष्ट्र सुरक्षित है।? उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि वे इस जागरूकता को केवल अपने लिए नहीं बल्कि अपने आसपास की सभी महिलाओं और बालिकाओं तक भी पहुँचाएं।
इस प्रकार ऑपरेशन गरिमा पखवाड़ा के तहत आयोजित यह सेमिनार महिलाओं की सुरक्षा, जागरूकता और आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य में अत्यंत सफल रहा और कॉलेज की छात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण सीख और प्रेरणा का स्रोत बना।