अहमदाबाद के स्कूल में 10वीं के छात्र की हत्या, स्टूडेंट को समय पर हॉस्पिटल नहीं पहुंचाया, लापरवाही के लिए सेवेंथ डे स्कूल के खिलाफ मामला दर्ज

  • हत्या के आरोपी छात्र पर जुवेनाइल एक्ट के तहत होगी कार्रवाई, रिमांड पर भेजा गया, स्कूल के प्रिंसिपल पर FIR
  • स्कूल ने अपने ही छात्र को मरने के लिए छोड़ा, हालंकि, उस समय स्कूल का सारा स्टाफ मौजूद था, फिर भी किसी ने घायल छात्र की मदद नहीं की. छात्र 38 मिनट तक घायल, खून से लथपथ और तड़पता रहा, लेकिन स्कूल ने न तो उसके माता-पिता को बुलाया और न ही छात्र को कोई प्राथमिक उपचार दिया. स्कूल ने अपने ही छात्र को मरने के लिए छोड़ दिया. घटना स्कूल की पार्किंग में हुई. फिर भी स्कूल का एक भी स्टाफ उस छात्र को अस्पताल पहुंचाने नहीं गया.
  • आरोप तो यह भी है कि एक और छात्र जिसने फोन करने के लिए फोन मांगा, उसकी भी मदद नहीं की गई. वह 38 से 40 मिनट तक तड़पता रहा. जब तक उसकी मां वहां नहीं पहुंच गई. स्कूल ने मानवीय मूल्यों की पूरी तरह अवहेलना की. स्कूल के पास दो-तीन चार पहिया वाहन और एक बस होने के बावजूद, छात्र को अस्पताल नहीं पहुंचाया गया. यहां तक कि 108 एम्बुलेंस को भी नहीं बुलाया गया.
  • सुरक्षाकर्मी मूकदर्शक बने रहे
    स्कूल की सुरक्षा स्टाफ ने भी छात्र की कोई मदद नहीं की. पूरी घटना उनके सामने होने के बावजूद सुरक्षाकर्मी मूकदर्शक बने रहे. फिलहाल, इस लापरवाही के लिए स्कूल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. जी. इमैनुएल के खिलाफ क्राइम ब्रांच द्वारा शिकायत दर्ज की गई है. पता चला है कि अभिभावकों, पुलिस और जिला शिक्षा अधिकारी को पूरी घटना की जानकारी देने में देरी की गई.

    घटना के बाद से प्रिंसिपल फरार
    हत्या की घटना के बाद से प्रिंसिपल फरार है. टीवी9 की टीम जब प्रिंसिपल के घर पहुंची तो पता चला कि वह घर पर नहीं है. सूत्रों की मानें तो छात्र की हत्या के बाद से प्रिंसिपल घर नहीं लौटा है. वो भूमिगत हो गया है. प्रिंसिपल के घर की देखभाल करने वाले व्यक्ति के मुताबिक, वह पिछले 3 दिनों से घर नहीं आया है.

    गौरतलब है कि जी इमैनुएल सेवेंथ डे स्कूल के प्रिंसिपल के साथ-साथ CISCE बोर्ड के चेयरमैन भी हैं. देखना होगा कि जी इमैनुएल की गिरफ्तारी होती है या नहीं.

  • स्कूल के सीसीटीवी फुटेज में मृतक छात्र नयन संतानी लहूलुहान हालत में बाहर से आते और स्कूल के अंदर सीढ़ियों पर बैठते दिखाई दे रहा है। स्कूल स्टाफ पर आरोप है कि स्टूडेंट को समय पर हॉस्पिटल नहीं पहुंचाया गया। इसके चलते स्कूल के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है।

    पेट में जमा हो गया था ढाई लीटर खून सरदार पटेल अस्पताल के 4 सर्जन समेत 8 डॉक्टरों की टीम द्वारा दी गई मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, पेट के बाहर 1.5 सेंटीमीटर का घाव दिखाई दे रहा था। सर्जरी के दौरान पता चला कि शरीर में ब्लड की आपूर्ति और शरीर से खून जमा करने वाली दो मुख्य नसें कटी हुई थीं। इसीलिए ज्यादा ब्लीडिंग के कारण पेट में ढाई लीटर खून जमा हो गया था।

    आरोपी की चैट हुई वायरल हत्या के बाद आरोपी छात्र की एक दोस्त से हुई चैट सामने आई है। चैट में सामने वाला साथी कहता है कि तूने चाकू मारा था। वो मर गया है। चाकू नहीं मारना चाहिए था। अब तू अंडरग्राउंड हो जा।

  • हर बार हिन्दुओ को टारगेट किया जा रहा है, हिन्दुओ के साथ हत्याएं और दुर्व्यवहार, आखिर कब तक पुलिस अपराधियों को शरण देंगी?
    हर स्कूल कॉलेजों में हर टीचर और स्टूडेंट्स के बैग दफ्तरों की जाँच पड़ताल होनी चाहिए.