मौत के गड्ढों में तब्दील होती सरिया की सडक़ें, हर समय रहता है दुर्घटना का खतरा

रायगढ़। जिला बनने के बाद सरिया का विकास जिस तरह से हो रहा है वो काबिले तारीफ है विगत 01 वर्षो से सरिया में विकास कार्यों की सौगात लगातार मिलने से विकसित सरिया की संकल्पना जल्द साकार होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता!

लेकिन चमकते चाँद में दाग के समान यहाँ की सडक़ें सरिया के विकास में दाग बनकर उभर रहे हैँ। बरमकेला से सरिया आते वक्त कांदुरपाली मनीष टाइल्स और पेट्रोल पम्प के मध्य हुए जानलेवा गड्डों से राहगीर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैँ लेकिन प्रशासन गांधारी की तरह आँख में पट्टी लगाकर कुम्भकरण की नींद में मस्त जान पड़ते हैँ ऐसा हम नहीं बल्कि सरिया की जनमानस का कहना है। भले ही सरकार सडक़ों के निर्माण और मरम्मत पर करोड़ों रुपये खर्च करती है, लेकिन फिर भी गड्ढों से निजात नहीं मिल पा रही है। कारण है स्थानीय अधिकारीयों की उदासीनता और जनप्रतिनिधियों की खामोशी। सरिया से बरमकेला के मध्य बारिश से सडक़ें खराब होने लगी हैँ लेकिन मरम्मत के नाम पर शून्य है ! लोग हादसों के शिकार होते रहटे हैं। एक बार सडक़ बनने के बाद खराब होने पर जिम्मेदार न तो सुनते हैं और न ही कोई खबर ली जाती है। लोग गिरते रहें, टूटते रहें, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता। बरसात के मौसम में हल्की बारिश में सडक़ की सडक़ों पर जलभराव हो जाता है। इसके बाद यह गड्ढे दिखने बंद हो जाते हैं और सडक़ों पर निकलने वाले बाइक सवार इन गड्ढों की चपेट में आकर गिर जाते हैं। कई बार चोटिल भी हो जाते हैं। कांदूरपाली के पेट्रोल पंप के पास निर्मित गड्ढों मने तो सडक़ को भी निगल गया है। प्रतिदिन दुर्घटना घट रही है। जनता के अलावा जनप्रतिनिधि, अधिकारी सभी जिला मुख्यालय जाने के लिए इसी मार्ग का उपयोग करते हैँ लेकिन धन्य है किसी जिम्मेदार को जानलेवा गड्ढों का इल्म ही नहीं या ये जिम्मेदार किसी भयावाह अनहोनी घटना के इंतजार में है।