पुलिस चौकी से भागा गोलीकांड का आरोपी, एसएसपी ने दरोगा और सिपाही को किया निलंबित

बरेली के जोगी नवादा की चावल मंडी में हुए गोली कांड का आरोपी अमित राठौर रुहेलखंड चौकी पुलिस की हिरासत से भाग गया। एसओजी ने उसे पकड़कर चौकी पुलिस को सौंपा था। इस मामले में सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव और बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडेय की जांच रिपोर्ट के बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने रुहेलखंड चौकी प्रभारी जगत सिंह और सिपाही सचिन को निलंबित कर दिया है। दूसरी ओर आरोपी अमित राठौर ने चौकी से भागकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। दरअसल आरोपी अमित को मुठभेड़ में घायल होने का खतरा सता रहा था। वह काफी समय से छुपकर शहर में ही रह रहा था और कोर्ट में हाजिर होने की योजना बना रहा था इस दौरान वह एसओजी के हाथ चढ़ गया, जिसके बाद उसे रुहेलखंड चौकी पुलिस के हवाले कर दिया गया। बताया जा रहा है कि पुलिसवाले उसे लॉकअप में बंद नहीं किया। चौकी पर बैठाए रहे और खुद इधर-उधर चले गए। मौका पाकर अमित राठौर चौकी से फरार हो गया और फिर कोर्ट में हाजिर हो गया।यह है मामला आठ दिसंबर 2024 की शाम जोगी नवादा में अधिवक्ता रीना सिंह के पति लखन राठौर और उनके दो देवरों पर हत्या की नीयत से अवैध असलहों से फायरिंग की गई थी। इस संबंध में बारादरी थाने की पुलिस ने पुलिस मुठभेड़ में सौरभ राठौर, शिवम राठौर, अभिषेक और लालू पटेल को गिरफ्तार किया था। आकाश राठौर, टिंकू राठौर, विशाल राठौर भी पकड़े गए। इन सभी को जेल भेजा गया थाआरोपियों पर गैंगस्टर की रिपोर्ट इन सात आरोपियों की अपराध की गंभीरता को देखते हुए बुधवार को उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई बारादरी थानाध्यक्ष धनंजय कुमार पांडेय की तहरीर पर की गई है। पुलिस ने गिरोह का सरगना जोगी नवादा निवासी सौरभ राठौर को घोषित किया है। इन आरोपियों के अलावा रजत राठौर, हिमालय राठौर, अमित राठौर, अभिषेक और गोपाल मिश्रा के खिलाफ भी जल्द ही गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है।