51.95 लीटर अवैध शराब के साथ छः तस्कर गिरफ्तार ,लेकिन शराब की स्रोत पर चुप्पी बरकरार

चंदौली।थाना अलीनगर पुलिस और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में लोको कॉलोनी स्थित हनुमान मंदिर के पास 51.95 लीटर अवैध शराब के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना पर की गई। बरामद शराब में विभिन्न ब्रांडों की बियर और अंग्रेजी शराब शामिल हैं।

पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे बिहार में अवैध रूप से शराब की आपूर्ति करते हैं, जहां उन्हें इसके ऊंचे दाम मिलते हैं। बरामदगी में बियर, टेट्रा पैक और अंग्रेजी शराब की कई बोतलें शामिल हैं। हालांकि, पुलिस ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह शराब किस ठेके या दुकान से खरीदी गई थी।

यह सवाल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि लोको कॉलोनी से कुछ ही दूरी पर परशुरामपुर में अंग्रेजी शराब का ठेका भी है। पुलिस यदि बरामद शराब पर अंकित बारकोड को स्कैन कर आसानी से पता लगाया जा सकता था कि यह शराब किस दुकान से खरीदी गई।

प्रशासन और आबकारी विभाग पर सवाल

यह तथ्य कि पुलिस बारकोड स्कैन कर शराब की स्रोत दुकान की जानकारी नहीं निकालती, संदेह पैदा करता है। क्या पुलिस जानबूझकर उन दुकानों को बचाने का प्रयास कर रही है जो तस्करों को शराब बेचकर तस्करी को बढ़ावा दे रही हैं?
इस लापरवाही से न केवल तस्करी का नेटवर्क फल-फूल रहा है, बल्कि उन दुकानों पर कार्रवाई की संभावना भी खत्म हो जाती है जो कानून का उल्लंघन कर रही हैं।

क्यों जरूरी है दुकानों पर कार्रवाई?

शराब तस्करी के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई तभी संभव है जब उन दुकानों को चिन्हित किया जाए जो तस्करों को शराब बेच रही हैं। पुलिस और आबकारी विभाग को बारकोड स्कैनिंग जैसे आसान तरीकों का उपयोग कर शराब के स्रोत का पता लगाना चाहिए और संबंधित दुकानों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
यदि ऐसा नहीं होता, तो यह प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है और तस्करों को परोक्ष रूप से संरक्षण देने जैसा प्रतीत होता है

हालांकि, आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, लेकिन यह देखना होगा कि प्रशासन तस्करी के इस नेटवर्क को जड़ से खत्म करने और इसमें शामिल दुकानों पर कार्रवाई करने के लिए कोई ठोस कदम उठाता है या नहीं।

https://nz.vayambharat.com/Lnk/SRWR202506232249453013756927