वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान ने बदली फलोज मॉडल तालाब की तस्वीर, ग्राम पंचायत व जिला प्रशासन की मेहनत लाई रंग, मॉडल तालाब का निखरा स्वरूप

संतोष व्यास।वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जिले भर में तालाब, एनीकट और जल स्रोत के गहरीकरण और सुदृढ़ीकरण के काम चल रहे हैं, साथ ही अभियान के तहत जल स्रोत में पानी की भराव क्षमता और जल स्तर को बढ़ाने की दिशा में काम हो रहा है। वहीं, तालाबों की स्वच्छता एवं रखरखाव को लेकर भी अभियान के तहत कार्य किया जा रहा है। इसी के तहत जिले के पंचायत समिति दोवड़ा की ग्राम पंचायत फलोज के मॉडल तालाब की तस्वीर ही इस अभियान ने बदल दी। कंटीली झाड़ियां से अटा पड़ा रहने वाला यह मॉडल तालाब अब साफ-सुथरा तथा सुंदर नजर आने लगा है जो हर किसी को आकर्षित कर रहा है।

- जेसीबी व अन्य तकनीकी संसाधनों की मदद से करवाई पुरे तालाब में सफाई

फलोज गांव में लाखों की लागत से बना मॉडल तालाब व पनघट रखरखाव के अभाव में कंटीली झाड़ियों से गिरा हुआ था जिस वजह से ग्रामीणों व मवेशियों को इस तालाब के उपयोग का लाभ नहीं मिल पा रहा था। मामले को लेकर ग्राम पंचायत व प्रशासन ने जागरूकता दिखाते हुए तालाब के रखरखाव का कार्य शुरू किया तथा दस दिन में जेसीबी व अन्य तकनीकी तथा मानव संसाधनों की मदद से तालाब के अंदर व पनघट पर साफ-सफाई करवाई जिसके बाद अब तालाब काफी हद तक साफ-सुथरा तथा सुंदर नजर आने लगा है। वहीं, ग्रामीणों व मवेशियों के लिए तालाब पर पहुंचना सुगम व आसान हो गया है।

- अधिकारियों ने की मॉनिटरिंग तो पंचायत ने दस दिन में बदली तालाब की तस्वीर

फलोज मॉडल तालाब के अंदर तथा तालाब के चारों ओर पनघट पर जगह-जगह कंटीली झाड़ियां उग आई थी। वहीं, तालाब के चारों ओर गंदगी पसरी हुई थी जिस कारण मवेशियों व किसी भी आमजन या ग्रामीण के लिए वहां तक पहुंचना भी दूभर हो गया था। इधर, गर्मी के मौसम में तालाब में पानी सूख गया था जिस वजह से तालाब के अंदर भी झाड़ियां उग गयी थी। मॉडल तालाब की दुर्दशा को देखकर अधिकारियों ने लगातार मॉनिटरिंग की। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एसबीएम ग्रामीण के प्रदेश समन्वयक व दोवड़ा विकास अधिकारी ने लगातार तालाब का निरीक्षण कर उचित निर्देश दिए जिसके बाद ग्राम पंचायत ने दस दिन के भीतर ही तालाब की तस्वीर बदल दी। तालाब के चारों ओर उग रही झाड़ियां तथा फैल रही गंदगी को जेसीबी व श्रमिकों की मदद से साफ करवाया। वहीं, तालाब के अंदर भी फैल रही झाड़ियों को साफ करवाया। जिसके बाद अब तालाब साफ, सुंदर एवं आकर्षित नजर आ रहा है। अब ग्रामीणों को मानसून के दौरान बारिश से तालाब के पूरे भरने की उम्मीद है।