मिरिक्ल्स ऑफ द ग्रोथ माइण्डसेट' पुस्तक का आधिकारिक विमोचन

मिरिक्ल्स ऑफ द ग्रोथ माइण्डसेट' पुस्तक का आधिकारिक विमोचन

आलापुर, अंबेडकर नगर, पुस्तकें ही मनुष्य की सच्ची मित्र हैं। हमें हमेशा कुछ न कुछ अवश्य ही सीखते रहना चाहिए। यह बात कवि एवं लेखक आर्य हरीश कोशलपुरी ने पुस्तक "मिरिकल्स ऑफ़ द ग्रोथ माइण्डसेट'' के आधिकारिक विमोचन के अवसर पर कही। पुस्तक, जो कि मुख्य रूप से माइण्डसेट के महत्व और विकास के लक्ष्यों के चमत्कारों पर केंद्रित है, का आधिकारिक विमोचन राजेश कुमार, राकेश पाण्डेय, विवेक त्रिपाठी,आर्य हरीश कोशलपुरी, डॉ दीन दयाल दुबे एवं आसिफ फारूकी के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। पुस्तक का प्रकाशन देश के प्रतिष्ठित पब्लिकेशन नोशन प्रेस द्वारा किया गया है।
विमोचन के दौरान लेखक राजेश कुमार ने पुस्तक के मुख्य विचार और इसके पीछे के अपने अंश साझा किये। उन्होंने बताया कि कैसे एक सामान्य व्यक्ति अपने माइण्डसेट को ग्रोथ माइण्डसेट में परिवर्तित करके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। विमोचन के अवसर पर आमंत्रित अतिथियों ने वक्ताओं को ध्यानपूर्वक सुना और पुस्तक से संबंधित अपनी जिज्ञासाओं के बारे में बताया।
संयोजक विवेक त्रिपाठी ने पुस्तक के लिए मानक सिद्धांत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसमें दिए गए सुझावों को अपनाकर कोई भी अपनी मन:स्थिति को अगले स्तर पर ले जा सकता है।
'मिरिकल्स ऑफ द ग्रोथ माइण्डसेट' पाठकों के लिए अमेज़न पर उपलब्ध है। अन्त में संस्था के प्रमुख राकेश पाण्डेय ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।