जोधपुर हीटवेव की आशंका पर रेलवे अस्पताल अलर्ट मोड पर,डीआरएम ने जांची व्यवस्थाएं

हीटवेव की आशंका पर रेलवे अस्पताल अलर्ट मोड पर,डीआरएम ने जांची व्यवस्थाएं

रेलकर्मचारियों और पेंशनर्स को दी जाने वाली चिकित्सा सुविधाओं की गहन जांच

अस्पताल में स्वच्छता की निरंतर मोनिटरिंग के निर्देश

रोगियों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं देने के लिए रेलवे प्रतिबद्ध

जोधपुर। उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने गर्मी और हीटवेव का प्रभाव को ध्यान में रखते हुए रेलवे अस्पताल प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रोगियों को बेहतर सुविधाओं की उपलब्धता के लिए रेलवे प्रतिबद्ध है और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

डीआरएम का पदभार ग्रहण करने के बाद बुधवार को पहली बार जोधपुर मंडल रेलवे अस्पताल के निरीक्षण पर पहुंचे त्रिपाठी ने समूचे अस्पताल का गहन निरीक्षण करने के बाद अस्पताल प्रशासन को तेज गर्मी और हीटवेव से पीड़ित रेलकर्मचारियों,पेंशनर्स और उनके आश्रितों हेतु आपातकालीन व अलग से व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने अस्पताल के कामकाज,सुविधाओं, रोगियों के उपचार और उनकी देखभाल से जुड़े सभी मानकों की जानकारी ली। त्रिपाठी ने अस्पताल के सभी ओपीडी,वार्डों,मोड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, फार्मेसी कक्ष,स्टोर,दवा वितरण काउंटर्स और अन्य आवश्यक संसाधनों की जांच की और सुनिश्चित किया कि उपलब्ध सेवाएं उपचार और आने वाले रोगियों की देखभाल के लिए पर्याप्त है। उन्होंने विभिन्न वार्डों में उपचार के लिए भर्ती रोगियों की कुशलक्षेम पूछी तथा उनके आश्रितों से समस्याएं जानी।

प्रारंभ में अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सीताराम बुनकर ने डीआरएम का साफा व गुलदस्ता से स्वागत किया तथा अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सा सेवाओं,उपकरणों और मेडिकल स्टाफ के संबंध में सभी आवश्यक जानकारी दी। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ नेहा तिवारी,डॉ गुलाब सिंह सारण,डॉ विजय चौधरी व अन्य मेडिकल स्टाफ उपस्थित थे।

अस्पताल में स्वच्छता पर निरंतर मोनिटरिंग के सख्त निर्देश

रेलवे अस्पताल के निरीक्षण के दौरान डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने अस्पताल परिसर,वार्डो और विशेषकर ऑपरेशन थियेटर को संक्रमण मुक्त रखने के लिए स्वच्छता पर लगतार निगरानी रखने के सख्त निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने अस्पताल से निकले बायो वेस्ट का निस्तारण समयबद्ध और निर्धारित मापदंडों के अनुरूप करने की भी हिदायत दी। इसके साथ ही उन्होंने

अस्पताल में आने वाले रोगियों और उनके आश्रितों के लिए सभी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता,टूटे फर्श को दुरुस्त कराने,मशीनरी बढ़ाने,जगह-जगह हो रहे पानी का लीकेज रोकने और समय-समय पर रंगरोगन करवाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।